देर तक खड़े होकर काम करने वालों को दिल की बीमारी का खतरा

एक अध्ययन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बैठकर काम करने वालों के मुकाबले खड़े होकर काम करने वाले लोगों में दिल की बीमारी का खतरा दो गुना होता है.  

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प्रतिकात्मक फोटो (Photo - TNS) प्रतिकात्मक फोटो (Photo - TNS)

वंदना भारती

  • नई दिल्ली,
  • 23 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 2:23 PM IST

अगर आप काम के दौरान लंबे समय तक खड़े रहते हैं तो आप यह खबर जरूर पढ़ें. अमेरिकन जरनल ऑफ एपीडेमियोलॉजी में प्रकाश‍ित एक अध्ययन की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि लंबे समय तक खड़े होकर काम करने वाले लोगों में दिल की बीमारी का खतरा, ऐसे लोगों के मुकाबले ज्यादा होता है, जो बैठकर काम करते हैं.

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यह अध्ययन क्ल‍िनिकल इवैलुएटिव साइंसेज और इंस्टीट्यूट फॉर वर्क एंड हेल्थ (IWH) के शोधकर्ताओं ने किया है. अध्ययनकर्ताओं के अनुसार खड़े होकर काम करने वाले लोगों में दिल की बीमारी का खतरा सिगरेट या धूम्रपान करने वाले लोगों से ज्यादा होता है.

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इस अध्ययन में 7,300 लोगों को शामिल किया गया. इन प्रतिभागियों पर 12 साल तक अध्ययन किया गया और इसके आधार पर नतीजे निकाले गए.

शोधकर्ताओं ने कहा कि हमने पाया अध्ययन के दौरान यह जानने की कोश‍िश की कि कार्यस्थल पर किस तरह काम करना बेहतर है, बैठकर या खड़े होकर.

अध्ययन की अवध‍ि खत्म होने के बाद 3.4 प्रतिशत प्रतिभागियों में दिल की बीमा‍री पाई गई. इसमें 6.6 फीसदी वो लोग थे, जो खड़े होकर जॉब करते थे. मसलन, कैश‍ियर से शेफ त‍क और नर्स से लेकर बैंक में जानकारी देने की नौकरी करने वालों तक.

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जबकि 2.8 फीसदी वो लोग थे, जो अपनी सीट से कम ही उठते हैं.

शोधकर्ताओं ने कहा कि दरअसल, लंबे समय तक खड़े रहने के कारण खून का संचार पैरों की ओर ज्यादा हो जाता है, जिसके कारण दिल को पर्याप्त खून का संचार नहीं हो पाता. इसके अलावा नीचे आ चुके खून को दोबारा ऊपर पंप करने में दिल को काफी मेहनत करनी पड़ती है. जिसके कारण दिल पर बोझ बढ़ता है.

 

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