ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कॉन्‍फ्रेंस, जानें भारत में क्‍यों बढ़ रहा है यह रोग...

इस कॉन्फ्रेंस में  देश-विदेश से आये डॉक्टरों ने भी ब्रेस्ट कैंसर की समस्याओं और उपचारों पर चर्चा की.

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महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी अपने विचार रखे महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी अपने विचार रखे

प्रियंका सिंह

  • नई दिल्‍ली,
  • 07 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 11:42 PM IST

महिलाओं में लगातार बढ़ते ब्रेस्ट कैंसर की जागरूकता को लेकर AIIMS में एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें देश-विदेश से जाने माने ऑन्कोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया. इस कॉन्फ्रेंस में ब्रेस्ट कैंसर के खतरे और कारणों पर महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी अपने विचार रखे. देश-विदेश से आये डॉक्टरों ने भी ब्रेस्ट कैंसर की समस्याओं और उपचारों पर चर्चा की.

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गौरतलब है कि एशियाई देशों में लगातार बढ़ता ब्रेस्ट कैंसर सबसे कॉमन कैंसर में से एक हैं जिसके लिए बिगड़ती लाइफस्टाइल और गलत फ़ूड हैबिट्स ज़िम्मेदार हैं. डॉक्टरों के मुताबिक इस विषय पर जागरूकता ही उपाय है.

एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट कैंसर इन इंडिया के प्रेसिडेंट डॉक्टर चिंतामणि ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर 40 और 60 की उम्र में पीक पर होता हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उससे पहले या बाद में नही हो सकता.  भारत समेत सभी एशियन कन्ट्रीज में ब्रेस्ट कैंसर सबसे कॉमन कैंसर बन चुका हैं, जिसका सीधा कारण फ़ास्ट और बिगड़ती लाइफ स्टाइल, फ़ास्ट फ़ूड क्लचर और स्ट्रेस लेवल हैं. आजकल महिलाओं में बच्चों को फीड न करवाने का तेज़ी से बढ़ता चलन भी ब्रेस्ट कैंसर के लिए जिम्मेदार हैं. ब्रेस्ट फीडिंग महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर प्रोटेक्शन का काम करती हैं, लेकिन आजकल वर्किग महिलाएं अपने बच्चों को ज़रूरत के मुताबिक फीड करवा ही नही पातीं.

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ब्रेस्ट कैंसर के कोई भी लक्षण स्पेसिफिक नही हैं और यही कारण है कि डॉक्टर्स के पास ब्रेस्ट कैंसर के मरीज़ देरी से पहुचते हैं. वैसे तो पीक एज के अलावा जेनेटिक कैंसर की वजह से अर्ली ऐज ब्रेस्ट कैंसर के केसेस देखने को मिल रहे हैं जो कि ज्यादा खरनाक हैं. इसके अलावा नॉन-वेज खाने वालों में भी ब्रेस्ट कैंसर या किसी भी कैंसर के चान्सेस ज्यादा रहते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक योग और एक्सरसाइज़ के अलावा भारतीय फ़ूड हैबिट यानी बर्गर कोला छोड़कर दाल चावल रोटी सब्जी की आदत बनाए रखने से इस कैंसर की संभावना कल कम किया जा सकता है.

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