क्या आप जानते हैं दुनिया की सिर्फ 10 प्रतिशत आबादी ही प्योर वेजिटेरियरन है. वेजिटेरियन होने के फायदों के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 1 नवंबर को वर्ल्ड वीगन डे सेलिब्रेट किया जाता है. हालांकि आज भी कुछ लोग नॉनवेज चीजों को वेज समझने की भूल करते हैं.
व्हाइट शुगर-
अक्सर लोगों को आपने चाय या कॉफी में व्हाइट शुगर का इस्तेमाल करते देखा होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं व्हाइट शुगर में नेचुरल कार्बन का इस्तेमाल होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि नेचुरल कार्बन बोन चार होता है, जो जानवरों की हड्डियों से बनाया जाता है.
बियर या वाइन-
बियर और वाइन पीने वालों को आपने कई बार ये कहते सुना होगा कि ये सिर्फ फलों से बनती है. ऐसे दावों पर आंख बंद करके विश्वास करने वाले जान लें कि शराब को साफ करने के लिए जिस इजिनग्लास का इस्तेमाल होता है वो फिश ब्लेडर से बनता है.
जैम-
अक्सर लोग सुबह के वक्त ब्रेड-जैम खाना पसंद करते हैं. फ्रूट जैम के नाम से बाहर बिकने वाला हर जैम प्योर वेजिटेरियन नहीं है. दरअसल जैम को बनाने में पशुओं के शरीर में मौजूद जिलेटिन का प्रयोग भी किया जाता है.
तेल-
भारतीय व्यंजनों में तेल का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है. अगर आप प्योर वेजिटेरियन हैं तो जान लें कि कहीं उसमें ओमेगा 3 फैट एसिड तो नहीं है. शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए कुछ तेलों में मछली से निकलने वाला ओमेगा 3 मिलाया जाता है.
दही-
इसमें कोई दोराय नहीं कि दही दूध से बनाया जाता है, लेकिन इसे भी वेजिटेरियन मान लेना सही नहीं होगा. बाजार से दही खरीदने से पहले उसके पैक पर लिखे इंग्रीडिएंट्स को ध्यान से पढ़ लें. अगर इसमें जिलेटिन है तो आपका ये दही वेज नहीं है.