मां बनना हर महिला का सपना होता है. बहुत सी महिलाओं का यह सपना सच हो जाता है लेकिन कुछ औरतों को यह खुशी नहीं मिल पाती. आजकल कई ऐसी एडवांस टेक्नोलॉजी मौजूद हैं जिसके चलते महिलाएं मां बन सकती हैं. मां ना बन पाने वाली बहुत सी महिलाएं सरोगेसी का सहारा लेती हैं. हाल ही में सरोगेसी का एक ऐसा मामला समने आया है जो आपको भी हैरान कर देगा. यह मामला अमेरिका का है.
क्या है पूरा मामला
अमेरिका के यूटा में रहने वाली 50 साल की चैली स्मिथ ने अपनी 24 वर्षीय बेटी कैटलिन को मां बनने में मदद की. कैटलिन इनफर्टिलिटी की समस्या का सामना कर रही है और उसकी मदद करने के लिए चैली ने सरोगेट मदर बनने का फैसला किया. कैटलिन लंबे समय से एक ऑटो इम्यून बीमारी से जूझ रही है जिस कारण वह मां नहीं बन सकती. उसकी इस समस्या को देखते हुए ही चैली ने यह कदम उठाने का फैसला किया.
एल पासो, टेक्सास में रहने वाली कैटलिन को साल 2019 में एक ऐसी बीमारी के बारे में पता चला जो उसके शरीर के स्वस्थ हिस्सों पर अटैक कर रही थी. कैटलिन को सोजोग्रेन सिंड्रोम नाम की बीमारी है. इसके साथ ही वह एंडोमेट्रियोसिस नामक बीमारी से भी पीड़ित है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें गर्भाशय की लाइनिंग के जैसे टिशू अन्य स्थानों पर बढ़ने लगते हैं जैसे कि ओवरीज और फैलोपियन ट्यूब.
कैटलिन का एक बच्चा है जिसे उन्होंने आईवीएफ के जरिए जन्म दिया है. अब चैली उनके दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली है जो कि एक लड़की है जिसका जन्म मई में होने वाला है.
कैटलिन ने बताया कि वह साल 2019 में इंफर्टिलिटी की समस्या से जूझ रही थी और लगभग तीन साल से प्रेग्नेंसी के लिए कोशिश कर रही थी. कई कोशिशों के बावजूद अंत में कैटलिन और उनके पति ने आईवीएफ की मदद से अपने बेटे कैलाहन को जन्म दिया.
प्रेग्नेंसी के दौरान कैटलिन को कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि इसके बाद प्रेग्नेंट होना उनके लिए सुरक्षित नहीं होगा. कैटलिन ने बताया कि उनका हमेशा से सपना था कि उनकी भी एक बड़ी सी फैमिली हो. जब कैटलिन ने अपनी मां को यह बात बताई तो वह भी काफी परेशान हो गई.
चैली ने बताया कि साल 2019 में कैटलिन जब प्रेग्नेंट थी तो उनसे मिलने के लिए यूटा आईं. घर आते हुए कैटलिन को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. साथ ही उसकी छाती काफी अकड़ गई. जिसके दो हफ्ते बाद उन्हें पता चला कि उसे सोजोग्रेन सिंड्रोम है. कैटलिन को इस तरह की समस्या उस समय भी होती थी जब वह 16 साल की थी लेकिन उस वक्त उन्हें इस बीमारी का पता ही नहीं चला.
कैटलिन की किस्मत काफी अच्छी थी जो उसने कैलाहन को जन्म दे दिया, क्योंकि सोजोग्रेन सिंड्रोम के कारण गर्भपात आसानी से हो जाता है. कैटलिन अब दोबारा मां नहीं बन सकती थी. ऐसे में चैली ने अपनी बेटी के लिए सरोगेट बनने का फैसला लिया. उन्होंने जब कैटलिन को अपने इस फैसले के बारे में बताया तो वह काफी हैरान हो गई. चैली नहीं चाहती थी कि उनकी बेटी का सपना टूटे. उनके इस फैसले को सभी ने स्वीकार किया.
आसान नहीं था इस उम्र में प्रेग्नेंट होना
चैली ने बताया कि आठ बच्चे पैदा करने के बाद 50 साल की उम्र में मां बनना उनके लिए आसान नहीं था. सरोगेसी से पहले उन्हें कई तरह के हेल्थ चेकअप भी करवाने पड़े. सभी रिपोर्ट सही आने पर सितंबर के महीने में चैली गर्भवती हुई और अब जल्द ही वह अपनी नातिन को जन्म देने वाली हैं.
aajtak.in