Lung cancer: खांसी में दिख रहा ये लक्षण फेफड़ों के कैंसर का संकेत, बिल्कुल ना करें इग्नोर

कैंसर के नए मामलों में अकेले फेफड़ों के कैंसर का अनुपात 6.9 प्रतिशत है, जो कि धूम्रपान और प्रदूषण की वजह से होता है. कैंसर के शुरुआत का शुरुआती इलाज इंसान को मौत के मुंह में जाने से बचा सकता है, लेकिन समस्या यही है कि फेफड़ों के कैंसर को डिटेक्ट करना मुश्किल होता है.

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Lung cancer: खांसी में दिख रहा ये लक्षण फेफड़ों के कैंसर का संकेत (Photo: Getty Images) Lung cancer: खांसी में दिख रहा ये लक्षण फेफड़ों के कैंसर का संकेत (Photo: Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:05 AM IST
  • शुरुआत में फेफड़ों के कैंसर को डिटेक्ट करना मुश्किल
  • सेकेंड हैंड स्मोकर में भी फेफड़ों के कैंसर की समस्या

फेफड़ों के कैंसर की समस्या तेजी से बढ़ रही है. खासतौर से शहरों में रहने वाले लोग इसका शिकार हो रहे हैं. कैंसर के नए मामलों में अकेले फेफड़ों के कैंसर का अनुपात 6.9 प्रतिशत है, जो कि धूम्रपान और प्रदूषण की वजह से होता है. शुरुआती स्टेज पर कैंसर का इलाज इंसान की जान बचा सकता है, लेकिन समस्या यही है कि फेफड़ों के कैंसर को डिटेक्ट करना मुश्किल होता है. दरअसल फेफड़ों में कैंसर का पता उस वक्त तक नहीं चलता जब तक यह बड़े हिस्से में ना फैल जाए.

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डॉक्टर कहते हैं कि खांसी एक ऐसा शुरुआती लक्षण है जिससे फेफड़ों का कैंसर पहचाना जा सकता है. अगर आप बीड़ी-सिगरेट का सेवन करते हैं और फेफड़ों के कैंसर को लेकर चिंतित हैं तो इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है. इसमें कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है.

खांसी का संकेत समझें
खांसी आपके रेस्पिरेटरी सिस्टम के बारे में बहुत सी बातें बताती हैं. जब भी हमारे एयरवेज़ में किटाणु या कोई नुकसानदायक तत्व पहुंचता है तो खांसी शरीर की सबसे पहली प्रतिक्रिया होती है. फेफड़ों के कैंसर के मामले में भी बीमारी को पहचानने के लिए खांसी सबसे पहला और जरूरी संकेत है. अगर खांसी किसी आम वजह से हो रही है तो कुछ दिन बाद इसमें अपने आप आराम आ जाएगा. लेकिन अगर खांसी हफ्तों या महीनों तक लगातार रहती है तो ये फेफडों में कैंसर का संकेत हो सकता है.

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खांसी के साथ अन्य लक्षण
फेफड़ों के कैंसर में खांसी के साथ कुछ खास लक्षणों पर भी ध्यान देना जरूरी है. जैसे- बलगम में खून या लाल रंग का बलगम, सांस में तकलीफ, छाती में दर्द या निमोनिया की शिकायत हो सकती है. ऐसी दिक्कत बार-बार हो सकती है या लंबे समय तक रह सकती है. अगर आपको बहुत ज्यादा खांसी होती है या लंबे वक्त से खांसी में कोई खास बदलाव महसूस हो रहा है तो ये फेंफड़ों में कैसर की कोशिकाओं के बढ़ने का संकेत है. कैंसर की शिकायत होने पर खांसते वक्त निकलने वाली आवाज अलग हो सकती है. इसके अलावा आपको खांसते या बोलते वक्त दर्द भी महसूस हो सकता है.

ये लक्षण भी ना करें इग्नोर
खांसी से जुड़े तमाम लक्षण देखने के बाद इसे कैंसर समझ लेना भी गलत है. इसके लिए कुछ खास लक्षणों को देखना भी जरूरी है. ये लक्षण पर्सन-टू-पर्सन निर्भर करते हैं. गला बैठना, भूख ना लगना, अचानक से वजन गिरना, थकावट, नाक या चहरे पर सूजन, उंगलियों के आकार में बदलाव या कंधों में दर्द इस बीमारी के लक्षण हो सकते हैं.

कब करें डॉक्टर से संपर्क?
अगर आप चार सप्ताह या इससे अधिक खांसी में अलग तरह की आवाज महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. खांसी किसी आम या गंभीर वजह से हो सकती है. इसे बिल्कुल नजरअंदाज ना करें. ध्यान रखें कि सेकेंड हैंड स्मोकर में भी अब फेफड़ों में कैंसर की समस्या बढ़ रही है.

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