बाजार में मिलने वाली चीज हर चीज पूरी तरह से शुद्ध नहीं होती है. रोजमर्रा की इन चीजों में इतनी बारीकी से मिलावट की जाती है कि इन्हें आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता है. फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) सोशल मीडिया पर लोगों को मिलावटी चीजों के बारे में जागरुक करता है. FSSAI अपने वीडियो के माध्यम से शुद्ध और मिलावटी चीजों के बीच का अंतर बताता है. अपने नए वीडियो में FSSAI ने चाय पत्ती की मिलावट को पहचानने की बहुत ही आसान सी एक ट्रिक बताई है.
ऐसे करें पहचान- मिलावटखोर अक्सर असली चाय पत्ती की जगह या इसमें मिलाकर नकली चायपत्ती बेच देते हैं. FSSAI के अनुसार एक सिंपल से टेस्ट से चाय पत्ती की क्वालिटी आसानी से चेक की जा सकती है. एक फिल्टर पेपर लें और इस पर थोड़ी सी चाय पत्ती रखें. अब इस पर पानी की कुछ बूंदे डालकर इसे गीला कर लें. अब इस फिल्टर पेपर को नल के पानी से धो लें. अब इस फिल्टर पेपर पर लगे दाग को रौशनी में जाकर चेक करें. अगर फिल्टर पेपर पर कोई दाग नहीं है तो ये असली चायपत्ती है. वहीं अगर फिल्टर पेपर पर काले-भूरे रंग के गहरे धब्बे पड़ जाते हैं तो इसका मतलब है कि ये चाय पत्ती नकली है.
इन चीजों में भी होती है मिलावट- इससे पहले FSSAI ने काली मिर्च की पहचान करने की भी एक ट्रिक बताई थी. FSSAI ने वीडियो के जरिए बताया था कि काली मिर्च के टेबल पर रखकर हाथों से दबा कर देखें. जो काली मिर्च पूरी तरह से शुद्द होगी वो आसानी से नहीं टूटेगी जबकि मिलावट काली मिर्च आसानी से टूट जाएगी. मिलावटखोर हल्के काले रंग के इन बेरीज को काली मिर्च के साथ मिलाकर बेचते हैं और आपकी सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं.
काली मिर्च की तरह ही पिसी हुई लाल मिर्च में ईंट का बूरा, टाक पाउडर, साबुन या रेत डालकर उसमें मिलावट की जाती है. FSSAI ने इसकी पहचान करने का एक तरीका बताया था. इसके लिए पानी का एक आधा भरा हुआ ग्लास लें. उसमें एक चम्मच लाल मिर्च पाउडर डालें. मिर्च को चम्मच से हिलाए बिना गिलास की तलहटी तक जाने दें. इसके बाद भीगे हुए मिर्च पाउडर को हथेली पर हल्के हाथ से रगड़ें. इसे रगड़ते वक्त अगर आप किरकिरापन महसूस होता है तो समझिए यह मिलावटी है. अगर इससे चिकनापन महसूस हो रहा है तो समझिए कि इसमें साबुन के पाउडर का इस्तेमाल हुआ है.
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