Pervez Musharraf Death: खड़े रहना तो दूर मुंह भी नहीं खोल पाते थे मुशर्रफ! इस दुर्लभ बीमारी से थे पीड़ित

पाकिस्तान पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद रविवार को निधन हो गया. मुशर्रफ को एमिलॉयडोसिस (Amyloidosis) नाम की दुर्लभ बीमारी थी. एमिलॉयडोसिस क्या है? एमिलॉयडोसिस के लक्षण क्या हैं? एमिलॉयडोसिस का जोखिम किन लोगों को अधिक है? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

Advertisement
(Image credit: Getty images and twitter) (Image credit: Getty images and twitter)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 12:32 PM IST

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का रविवार को निधन हो गया है. परवेज मुशर्रफ का संयुक्त अरब अमीरात के अमेरिकी अस्पताल में इलाज चल रहा था. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, परवेज मुशर्रफ एमिलॉयडोसिस नाम की दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थे. उन्हें बीते साल 10 जून को UAE के अस्पताल में भर्ती किया गया था जिसके बाद धीरे-धीरे उनके ऑर्गन फेल होने लगे, इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. इस बीमारी के लिए उनका इलाज लंदन में भी चला था. एमिलॉयडोसिस के कारण खड़े रहने और चलने-फिरने में भी काफी परेशानी होती थी.एमिलॉयडोसिस क्या है? एमिलॉयडोसिस के लक्षण क्या हैं? किन लोगों को एमिलॉयडोसिस का अधिक जोखिम होता है? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

Advertisement

क्या है एमिलॉयडोसिस (What is amyloidosis)
 
Healthline के मुताबिक, एमीलॉयडोसिस बीमारी में शरीर एमलॉइड (Amyloid) नाम का प्रोटीन बनाने लगता है जो कि सामान्य नहीं होता. एमलॉइड प्रोटीन धीरे-धीरे शरीर के अंगों में जमा होने लगता है और उन्हें नुकसान पहुंचाने लगता है. कई मामलों में यह ऑर्गन फेल का भी कारण बनता है. यह काफी गंभीर बीमारी होती है. एमाइलॉइड प्रोटीन शरीर के इन अंगों में जमा हो सकता है:

- लिवर 
- प्लीहा या तिल्ली
- किडनी
- हार्ट
- नर्व
- रक्त कोशिकाएं

कभी-कभी, एमलॉइड आपके पूरे शरीर में जमा हो जाता है और इसे एमीलॉयडोसिस कहा जाता है. एमीलॉयडोसिस सही होने वाली बीमारी नहीं होती लेकिन इलाज से इसके लक्षणों को कम किया जा सकता है.

एमीलॉयडोसिस के लक्षण (Amyloidosis symptoms)

एमीलॉयडोसिस शुरुआत में कोई लक्षण नहीं दिखाता लेकिन जब यह गंभीर हो जाता है तो इसके लक्षण प्रभावित अंग के मुताबिक नजर आते हैं. उदाहरण के लिए अगर किसी का हार्ट एमीलॉयडोसिस से प्रभावित होता है तो उसे ये लक्षण नजर आ सकते हैं.

Advertisement

- सांस लेने में कठिनाई
- तेज या धीमी हार्ट रेट
- सीने में दर्द
- लो ब्लड प्रेशर

अगर एमीलॉयडोसिस से किसी की किडनी प्रभावित होती है तो उसके यूरिन में झाग आ सकता है और पैरों में सूजन आ सकती है. 

अगर किसी का लिवर एमीलॉयडोसिस से प्रभावित होता है तो उसे पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द और सूजन हो सकती है.

जठरांत्र मार्ग (Gastrointestinal tract) प्रभावित होता है तो उसे ये लक्षण नजर आ सकते हैं.

- जी मिचलाना
- दस्त
- कब्ज
- भूख न लगना
- वजन घटना
- खाने के तुरंत बाद पेट भरा लगना

यदि किसी की नर्व्स एमीलॉयडोसिस से प्रभावित होती है तो उसे ये लक्षण नजर आ सकते हैं.

- हाथ, पैरों में सुन्नता और झुनझुनी
- खड़े होने पर चक्कर आना
- जी मिचलाना
- दस्त
- ठंड या गर्मी महसूस न होना

एमीलॉयडोसिस से प्रभावित होने वाले लोगों में सामान्य लक्षण:

- थकान
- कमजोरी
- जीभ में सूजन
- जोड़ों का दर्द
- हाथ और अंगूठे में सुन्नता और झुनझुनी

यदि किसी को इनमें से कोई भी लक्षण एक या दो दिन से अधिक समय तक दिखे तो डॉक्टर को दिखाएं.

इन लोगों को है एमिलॉयडोसिस का जोखिम (These people are at risk of amyloidosis)

Advertisement

Healthline की रिपोर्ट के मुताबिक, किसी को भी एमिलॉयडोसिस हो सकता है. लेकिन अगर कुछ लोगों को नीचे बताई हुई हेल्थ कंडीशन हैं तो उन्हें जोखिम अधिक हो सकता है. 

उम्र: जिन लोगों की उम्र 50 से अधिक होती है, एमिलॉयडोसिस का खतरा उन लोगों में अधिक होता है. 

लिंग: हालांकि यह माना जाता है कि इस स्थिति से पुरुष और महिलाएं समान रूप से प्रभावित हो सकते हैं. लेकिन एमिलॉयड सेंटर्स पर 60 प्रतिशत मामले पुरुषों में होते हैं.
 
प्रजाती: अफ्रीकी अमेरिकियों को अन्य प्रजाती की तुलना में वंशानुगत एमिलॉयडोसिस का अधिक खतरा होता है.

फैमिली हिस्ट्री: एमिलॉयडोसिस परिवारिक हिस्ट्री वाले लोगों को भी प्रभावित करता है.

मेडिकल हिस्ट्री: अगर किसी व्यक्ति को संक्रमण या कोई सूजन संबंधित बीमारी रह चुकी है तो उसे एमिलॉयडोसिस होने की अधिक संभावना होती है. 

किडनी की बीमारी: अगर किसी की किडनी खराब हो गई है तो उसे डायलिसिस की जरूरत होती है. ऐसे में उसे एमिलॉयडोसिस का जोखिम अधिक हो सकता है. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement