कम कैलोरी वाले खाने से बढ़ सकती है इंसान की उम्र, स्टडी में हुआ खुलासा

हाल ही में एक स्टडी सामने आई है जिसमें बताया गया है कि डाइट में कैलोरी का इंटेक कम करने से व्यक्ति लंबे समय तक जी सकता है. बताया गया है कि कैलोरी का इंटेक कम करने से थाइमस ग्रंथि बेहतर तरीके से काम करती है जिससे ज्यादा जीने की संभावनाएं काफी ज्यादा बढ़ जाती हैं.

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कम खाना खाने से बढ़ सकती है आपकी उम्र, स्टडी में हुआ खुलासा (Photo Credit: Pixabay) कम खाना खाने से बढ़ सकती है आपकी उम्र, स्टडी में हुआ खुलासा (Photo Credit: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 28 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:25 AM IST
  • थाइमस ग्रंथि टी-कोशिकाओं का उत्पादन करती है
  • यह ग्रंथि थाईमोसीन नामक हार्मोन का स्राव करती हैं

एक हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए यह पता होना जरूरी है कि आप क्या खाते हैं और कितना खाते हैं. हाल ही में हुई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि कम खाना खाने वाले लोग ज्यादा समय तक जीते हैं. येल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि कैलोरी इनटेक कम करने से आपका इम्यूनिटी सिस्टम फिर से जीवंत हो सकता है. 

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स्टडी में पाया गया कि जिन युवाओं ने लगभग 14 फीसदी कम कैलोरी का सेवन किया था, उनकी थाइमस ग्रंथि बेहतर तरीके से काम कर रही थी. थाइमस ग्रंथि, हृदय के ऊपर होती  है और बीमारी से लड़ने वाली टी-कोशिकाओं का उत्पादन करती है. यह ग्रंथि थाइमोसीन नामक हार्मोन का स्राव करती है. मनुष्य में बुढ़ापा थाइमस ग्रंथि के लुप्त होने के कारण ही आता है. बच्चों में यह ग्रंथि बड़ी होती है.

इस रिसर्च में शामिल एक डाइटीशियन विश्व दीप दीक्षित ने बताया कि लंबे समय तक जीने के लिए जरूरी है कि आप इस ग्रंथि को लुप्त होने से बचाएं.  शोधकर्ताओं का मानना ​​​​है कि कैलोरी का इनटेक कम करने से शरीर में होने वाली इनफ्लेमेशन को भी कम किया जा सकता है. 

साइंस में प्रकाशित अध्ययन में 26 से 47 वर्ष की आयु के 238 पतले-दुबले लोगों को शामिल किया गया और इनमें से दो-तिहाई लोगों से उनके कैलोरी इनटेक को कम करने के लिए कहा गया. इस स्टडी में शामिल लोगों का रोजाना बॉडी वेट भी मापा गया. शोधकर्ताओं ने जब दो साल बाद इन सभी लोगों का एमआरआई स्कैन किया तो पाया कि जिन लोगों ने अपनी डाइट में कैलोरी का कम सेवन किया था उनमें थाइमस ग्रंथि बेहतर काम कर रही थी.

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रिसर्चर्स ने थाइमस ग्रंथि के आसपास टी-सेल की संख्या के साथ-साथ फैट के स्तर की भी जांच की. शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि जिन लोगों ने कम कैलोरी वाली डाइट फॉलो की थी उनकी थाइमस ग्रंथि के आसपास फैट की मौजूदगी नॉर्मल डाइट फॉलो करने वाले लोगों की तुलना में कम पाई गई. येल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एजिंग के निदेशक, सीनियर ऑथर प्रोफेसर दीक्षित ने बताया कि जिन लोगों ने दो साल तक कम कैलोरी इनटेक किया उनमें टी-सेल्स का उत्पादन अधिक पाया गया.  

 

 

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