Raw Turmeric For Stomach Health: पेट की हर दिक्कत का नेचुरल इलाज है कच्ची हल्दी! ये लोग ना करें गलती से भी सेवन

कच्ची हल्दी आजकल पेट की सेहत के लिए काफी पसंद की जा रही है. ये सिर्फ मसाला नहीं, बल्कि पेट की सूजन कम करने, पाचन ठीक रखने और आंत के अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाने में मदद करती है. साथ ही ये पेट को इंफेक्शन से बचाती है और आंतों की परत को मजबूत भी बनाती है.

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कच्ची हल्दी प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेकर ही खानी चाहिए. (Photo: AI Generated) कच्ची हल्दी प्रेग्नेंट और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेकर ही खानी चाहिए. (Photo: AI Generated)

आजतक लाइफस्टाइल डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:58 AM IST

Raw Turmeric For Stomach Health: हल्दी सिर्फ खाना में रंग लाने वाला पीला मसाला नहीं है, बल्कि सदियों से घर-घर में दवा की तरह इस्तेमाल भी की जाती है. आमतौर पर हम हल्दी पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आजकल कच्ची हल्दी अपने डाइजेशन से जुड़े फायदों की वजह से तेजी से पॉपुलर हो रही है. कई रिसर्च बताती हैं कि कच्ची हल्दी पेट की सूजन कम करने, पाचन को बेहतर बनाने और आंत के अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाने में मदद कर सकती है. जिन लोगों को अक्सर अपच, गैस, एसिडिटी या IBS की समस्या रहती है, उनके लिए अदरक जैसी दिखने वाली कच्ची हल्दी एक आसान और नेचुरल राहत दे सकती है. इसे खाने के एक-दो नहीं बल्कि कई फायदे हैं. चलिए जानते हैं कि पेट की हेल्थ के लिए कच्ची हल्दी कैसे चमत्कारी हो सकती है.

1. कम करती है सूजन: कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक ताकतवर एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है, जो पेट की सूजन को कम करने में बेहद असरदार माना जाता है. ये पेट की जलन और इरिटेशन को शांत करता है, पेट की अंदरूनी परत की हीलिंग में मदद करता है और गैस्ट्राइटिस जैसी समस्याओं में आराम देता है. जिन लोगों को पेट में लगातार जलन या सूजन की दिक्कत रहती है, उनके लिए कच्ची हल्दी फायदेमंद साबित हो सकती है.

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2. अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाती है: कच्ची हल्दी आंत में मौजूद गुड बैक्टीरिया जैसे लैक्टोबैसिलस और बिफीडोबैक्टीरियम को बढ़ाने में मदद करती है. इससे पाचन मजबूत होता है और भोजन से पोषक तत्वों का बेहतर अब्सॉर्ब हो पाता है. साथ ही इम्यूनिटी अच्छी रहती है और मेटाबॉलिज्म भी सही से काम करता है. आंत में अच्छे बैक्टीरिया का बढ़ना पूरे पाचन तंत्र को हेल्दी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

3. नेचुरल एंटीबैक्टीरियल गुण: कच्ची हल्दी में नेचुरल एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर में हानिकारक जीवाणुओं को कम करने में मदद करते हैं. ये पेट को इंफेक्शन से बचाता है और डाइजेस्टिव सिस्टम को साफ व बैलेंस्ड रखता है. अगर पेट में बार-बार इंफेक्शन या बैक्टीरियल समस्या होती है, तो कच्ची हल्दी का सेवन फायदेमंद हो सकता है.

4. आंत को मजबूत बनाती है: कई स्टडीज के अनुसार, हल्दी आंत की दीवार को मजबूत बनाने में भी सहायक होती है. ये गैस और पेट की सूजन को कम करती है और सुबह पेट आसानी से साफ करने में मददगार है. इसके नियमित सेवन से डाइजेस्टिव सिस्टम लंबे समय तक हेल्दी और बैलेंस्ड रहता है. आंत को मजबूत बनाना ओवरऑल डाइजेशन को बेहतर बनाने का एक अहम कदम है, और कच्ची हल्दी इसमें नेचुरल रूप से मदद कर सकती है.

पेट के लिए कैसे खाएं कच्ची हल्दी?
1. दिन में आधा चम्मच कच्ची हल्दी से शुरुआत करें.
2. इसे काली मिर्च+ घी/नारियल तेल के साथ लें ताकि असर बेहतर हो.
3. आप इसे सूप, सलाद, दाल, स्मूदी में मिला सकते हैं.
4. रात में हल्दी वाला दूध (एक चुटकी काली मिर्च के साथ) भी पी सकते हैं.

कच्ची हल्दी खाने में क्या रखें सावधानियां?
1. ज्यादा लेने से सीने में जलन या एसिडिटी बढ़ सकती है.
2. अगर आप ब्लड थिनर, डायबिटीज की दवा या कीमो ले रहे हैं तो डॉक्टर से पूछकर ही लें.
3. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं ज्यादा मात्रा में न लें.
4. अगर अल्सर, क्रोहन डिजीज या H. pylori है, तो हल्दी इलाज की जगह नहीं ले सकती.

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