बच्चे का दिमाग सबसे अधिक जन्म से 5 वर्ष की उम्र तक विकसित होता है और इस उम्र तक उनका माइंड 90 प्रतिशत तक डेवलप हो जाता है. जैसे-जैसे दिमाग की ग्रोथ होती है, वैसे-वैसे उनके दिमाग में हर सेकंड लाखों नए न्यूरॉन कनेक्शन बनते हैं, जो डेवलपिंग ब्रेन बनाते हैं. ऐसे में पोषण, बातचीत और खेलकूद उनके ओवरऑल ब्रेन डेवलपमेंट पर सीधा प्रभाव डालते हैं. इसलिए आपको उनके न्यूट्रिशन का भी खास ख्याल रखना चाहिए. बच्चों की डाइट में कुछ आर्टेमिस हॉस्पिटल्स के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव छाबड़ा का कहना है कि बच्चों की डाइट में कुछ ऐसी चीजें जरूर जोड़ने चाहिए जो उनके दिमाग को विकसित करने में मदद करती हैं.
फैटी फिश (Fatty Fish)
सैल्मन, सार्डिन और मैकेरल जैसी मछलियों में हाई फैट, ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है. इनमें मौजूद फैट मस्तिष्क की कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं, याददाश्त बढ़ाते हैं और न्यूरॉन्स को आपस में जुड़ने में मदद करते हैं. जो बच्चे ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें खाते हैं, उनमें सोचने-समझने की क्षमता अधिक होती है. अलसी के बीज, चिया के सीड्स भी खा सकते हैं.
अंडे (Eggs)
अंडे कोलीन का एक बेहतरीन सोर्स हैं जो मस्तिष्क और याददाश्त के विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व है. ये हाई क्वालिटी वाला प्रोटीन भी प्रदान करते हैं जो बच्चों का पेट भी भरे रखते हैं. नाश्ते में बच्चों को उबले अंडे, ऑमलेट और अंडे के सैंडविच खिलाएं.
बेरीज (Berries)
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी और ब्लैकबेरी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं जो मस्तिष्क को सूजन और तनाव से बचाते हैं. ये बच्चों की याददाश्त बढ़ाने में मदद करते हैं. इनमें मौजूद नेचुरल शुगर में ब्लड शुगर को अचानक से नहीं बढ़ाते.
सीड्स और ड्राई फ्रूट्स (Seeds and nuts)
बादाम, अखरोट, कद्दू के बीज और सूरजमुखी के बीज, ये सभी हेल्दी फैट, प्रोटीन, जिंक और विटामिन ई के अच्छे सोर्स हैं. विटामिन ई मस्तिष्क की कोशिकाओं की रक्षा करता है और जिंक याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है.
साबुत अनाज (Whole grains)
ओट्स और गेहूं की रोटी जैसे साबुत अनाज मस्तिष्क को पूरे दिन एनर्जी देते हैं. साबुत अनाज वाला खाना बच्चे को फोकस करने में मदद करता है.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क