मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए हंसने-मुस्कुराने की अहम भूमिका होती है.इसीलिए परेशानियों के बीच भी हमे हंसते रहना चाहिए. तो चलिए शुरू करते हैं हंसने-हंसाने का ये सिलसिला.
> कंजूस आदमी पंडित जी को कम पैसे देते हुए.
कोई ऐसा उपाय बताइए कि पैसा ही पैसा हो जाए.
पंडित जी- चिंता मत करो बालक एक ऐसा मंत्र बताउंगा जितनी बार बोलोगे उतनी बार धन की प्राप्ति होगी.
रोज किसी चौक-चौराहे पर जाओ और बोलो ''भगवान के नाम पर दे दे रे बाबा'.
> प्रेमिका- मैं तुम्हारे लिए आग पर चल सकती हूं, नदी में कूद सकती हूं. मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं. तुम्हारी हर बात मानूंगी.
प्रेमी- मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूं, क्या तुम मुझसे मिलने आ सकती हो?
प्रेमिका- पागल हो क्या, धूप देखी है कितनी तेज है, मैं काली पड़ गई तो.
> लड़के को लड़की का फोन आता है.
लड़का- हां, कितने का रिचार्ज करवाऊं?
लड़की- तुम्हें क्या लगता है मैं हर बार रिचार्ज करवाने के लिए ही फ़ोन करती हूँ क्या?
लड़का-तो?
लड़की-2 ड्रेस दिलवा दे ना.
> पत्नी- शादी से पहले तुम मुझे होटल,
सिनेमा, और न जाने कहां- कहां घुमाते थे
शादी हुई तो घर के बाहर भी नहीं ले जाते..
पति- क्या तुमने कभी किसी को.
चुनाव के बाद प्रचार करते देखा है.
> मरीज- डॉक्टर साहब, क्या आपको यकीन है कि मुझे मलेरिया ही है ?
दरअसल मैंने एक मरीज के बारे में पढ़ा था कि
डॉक्टर उसका मलेरिया का इलाज करते रहे...
अंत में जब वह मरा तो पता चला कि उसे टायफाइड था.
डॉक्टर- चिन्ता मत करो, हमारे अस्पताल में ऐसा कभी नहीं होता
हम अगर किसी का मलेरिया का इलाज करते हैं तो वह मलेरिया से ही मरता है.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)