सचिन पायलट अपने रुख पर अड़े हैं. अशोक गहलोत बहुमत का दावा कर रहे हैं, फिर क्या बात है कि कांग्रेस सचिन पायलट पर कोई एक्शन नहीं ले रही? जबकि परसों रात साफ कहा गया था कि जो कोई भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं आएगा उस पर एक्शन लिया जाएगा. देखिये पायलट को लेकर कांग्रेस के सख्त रुख के बाद कैसे नरमी आई.
Will Ashok Gehlot survive rebellion by his deputy Sachin Pilot? Can Pilot do what Scindia did in Madhya Pradesh? A look at possible scenarios out of Gehlot versus Pilot fight in Rajasthan.