मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के बाद देश के अलग-अलग शहरों में जश्न और जागरुकता का आयोजन किया गया है. इस बात का आकलन किया जा रहा है कि आखिर इस सरकार ने कितना काम किया है और कितना नुकसान हुआ है. कौन-कौन से कायदे-कानूल लागू किए गए और पॉलिसी के लेवल पर सरकार कहां तक सफल रही.