क्रूड ऑयल की कीमतें एक बार फिर इजाफे का रुख करते हुए 2014 से पहले के स्तर पर पहुंच चुकी है. इस इजाफे के चलते अब भारत और चीन जैसे देशों को सस्ते क्रूड से वार्षिक खर्च में हो रही बचत भी खत्म हो जाएगी. लेकिन इसका सीधा असर अब भारत में पेट्रोल और डीजल के उपभोक्ताओंको पड़ेगा. आजतक डॉट इन से राहुल मिश्र ने इंडिया टुडे के संपादक अंशुमान तिवारी से बातचीत कर जानना चाहा कि आखिर अब आम आदमी को महंगे पेट्रोल और डीजल से बचाने के लिए केन्द्र सरकार के पास क्या विकल्प है?