गुजरात इलेक्शंस में राजनीतिक जोड़ तोड़ अपने चरम पर है. भाजपा जहां अपना वोट बेंक बचाने पर ज़ोर लगा रही है वहीं कांग्रेस भाजाप से नाराज़ लोगों को लुभाने में कोइ कसर नहीं छोड़ रही. ओबीसी नेता अलपेश ठाकोर को जहां पहले ही कांग्रेस अपने खेमे में लाने में कामयाब रही है वहीं हार्दिक पटेल को अपने साथ जोड़ने में कांग्रेस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. क्योंकी हार्दिक पटेल ने कांग्रेस के आगे 5 शर्तें रखी हैं लेकिन कांग्रेस के लिए एक शर्त पर सहमती बना पाना काफी मुश्किल है. और इसी वजह से हार्दिक पटेल कांग्रेस से दूरी बनाते नज़र आ रहे हैं. शायद यही कारण है कि 3 नवंबर को होने वाली राहुल गांधी की रैली के बारे में हार्दिक ने कहा है कि वे न इस रैली का समर्थन करते हैं और न ही विरोध. तो चलिए जानते हैं कि क्या है हार्दिक पटेल कि वो पांच शर्तें और क्या कांग्रेस सभी शर्तें पुरी कर पाएगी और एक दुसरे से जुदा होकर हार्दित औक कांग्रेस के लिए क्या परिस्थितियां होंगी.