कुछ पीड़ित परिवार, एक एनजीओ और दिल्ली महिला आयोग की कोशिश पर बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित का जाल बेशक अब बेनकाब हुआ हो. लेकिन बाबा को करीब से जानने वाले लोग बताते हैं कि बाबा पुराना रसिया है. बाबा के खिलाफ़ देश के अलग-अलग थानों में दर्ज रेप और किडनैपिंग के मामले अपने-आप में इस बात की तस्दीक करते हैं. क्या आप यकीन करेंगे कि इस बाबा ने भी अपने आश्रम में अनगिनत तहखाने, गुफ़ाएं और खुफ़िया रास्ते बना रखे थे. सवाल सीधा है, आखिर आध्यात्म के रास्ते में छिपने-छिपाने का क्या काम?