नैनीताल में आंधी-तूफान और बारिश ने बरपाया कहर, सहमे लोग

उत्तराखंड के नैनीताल में आए तूफान से 50 से अधिक पेड़ धराशायी हो गए. पेड़ गिरने से नैनीताल शहर में 30 घंटे से बिजली गुल है. बिजली गुल होने से नगर की पानी सप्लाई भी बाधित है, जो पूरी तरह विद्युत पर निर्भर है.

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आंधी-तूफान और बारिश (Photo- IANS) आंधी-तूफान और बारिश (Photo- IANS)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 12:42 AM IST

उत्तराखंड के नैनीताल में आए तूफान से 50 से अधिक पेड़ धराशायी हो गए. पेड़ गिरने से नैनीताल शहर में 30 घंटे से बिजली गुल है. बिजली गुल होने से नगर की पानी सप्लाई भी बाधित है, जो पूरी तरह विद्युत पर निर्भर है. बिजली गुल होने से नैनीताल के ऊपरी क्षेत्रों की मोबाइल संचार व्यवस्था भी 24 घंटे से बाधित है. बारिश से झील का जलस्तर ढाई फिट ऊपर चला गया है.

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शनिवार दोपहर हल्की बारिश शुरू हुई. इसके कुछ देर बाद तूफान के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई. मौसम के इस भयानक रूप ने शहर में अफरा-तफरी मचा दी. लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिसे जहां जगह मिली वहीं छुप गया. करीब एक घंटे तक तूफान ने तांडव मचाया, मगर इसके बाद भी तेज हवा के साथ तेज बारिश होती रही. शाम चार बजे बारिश थमी.

तूफान और बारिश सरोवर नगरी समेत आसपास क्षेत्रों के पेड़ों के लिए काल बनकर आई. तेज बारिश व आंधी से नैनीताल में 50 से अधिक पेड़ धराशायी होने से नैनीताल की लोअर माल रोड पर करीब दो घंटे यातायात बाधित रहा. पेड़ गिरने से माल रोड पर जगाती होटल की छत, मल्लीताल में सनवाल स्कूल का गेट, माल रोड की रेलिंग, सेंट जोजफ कॉलेज में किचन का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया.

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बारिश के दौरान लाइब्रेरी के समीप पॉपुलर, जबकि क्लासिक होटल के समीप विशालकाय पेड़ गिरने से लोअर माल रोड पर यातायात ठप हो गया. नैनीताल के अयारपाटा क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक पेड़ धराशायी हो गए.

पेड़ों से क्षतिग्रस्त विद्य लाइनों की वजह से शहर की बिजली 30 घंटे से गुल है. बिजली गुल होने से पानी की सप्लाई भी नहीं हो सकी. ऊर्जा निगम के एसडीओ प्रियंक पांडे के अनुसार, पेड़ गिरने से विद्युत लाइनों को अत्यधिक नुकसान हुआ है.

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