योगगुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि पतंजलि (Patanjali) ने विदेश कंपनियों (Foreign Companies) के एकाधिकार (Monopoly) को चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि हमें हेल्थ (Health) और एग्रीकल्चर (Agriculture) में देश के लिए बड़ा योगदान देना है. योगगुरु रामदेव ने कहा कि मुझे कहते हुए ये गर्व महसूस हो रहा है कि हमने दो लोगों से योग सिखाना शुरू किया था और आज दुनिया के 200 देशों में लोग योग कर रहे हैं. ये बड़ी बात है.
उन्होंने कहा कि इसे साथ-साथ देश को आर्थिक समवृद्धि देने के साथ-साथ हमने पारमार्थिक समवृद्धि भी दी है. आध्यात्मिक और आर्थिक समवृद्धि का यह अभियान पतंजलि का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि हमने एक बीमार कंपनी को खरीदा. पतंजलि ने सबसे अधिक बोली लगाकर खरीदा. इसमें 18 विदेशी और भारतीय कंपनियों ने बोली लगाई थी.पतंजलि ने सर्वाधिक बोली लगाकर चार हजार तीन सौ करोड़ रुपये में रुचि सोया को खरीदा और उसके बाद 24.4 प्रतिशत की ग्रोथ से उसका हमने 16318 करोड़ रुपये का सालाना टर्नओवर किया.
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रामदेव ने कहा कि 2025 में यूनिलिवर को पछाड़कर पतंजलि एफएमसीजी व अन्य क्षेत्रों में भारत की ही नहीं दुनिया की एक बड़ी कंपनी बनने वाली है. यह कंपनी ही नहीं, ब्रांड ही नहीं एक आंदोलन बनने वाला है. स्वामी रामदेव ने कहा कि अब हमारा फोकस रिसर्च पर है. रामदेव ने कहा कि अबतक पतंजलि ने देश के पांच लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया है और आगे भी रोजगार के नए अवसर देगी.
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