उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से काफी नुकसान हुआ है. चमोली के तपोवन टनल में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अब भी 37 लोगों फंसे होने की बात कही जा रही है. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने आज सुबह चमोली जिले में हालात जानने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया. सीएम ने जोशीमठ में ITBP अस्पताल जाकर उन लोगों से भी मुलाकात की जो इस त्रासदी में घायल हो गए थे.
दौरा करने करने के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दूसरी टनल को खोलने में अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. ऐसे में अब हम एक दूसरे रास्ते से घुसने की कोशिश कर रहे हैं. अभी तक कुल 29 शव बरामद हुए हैं बाक़ी लोगों को ढूंढने का काम तेज़ी से किया जा रहा है.
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का आज भी फोन आया था. उन्होंने हालात के बारे में पूरी जानकारी ली. अभी उनके उत्तराखंड आने की जानकारी नहीं है. उन्होंने बताया कि डीआरडीओ और कुछ वैज्ञानिक ऋषिगंगा ग्लेशियर का सर्वे कर रहे हैं. ये पता किया जा रहा है कि ये तबाही क्यों आई.
वहीं समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बचाव दल रस्सी और अब आवश्यक पैकेजों के माध्यम से मलारी घाटी क्षेत्र तक पहुंचने में कामयाब रहा है, राशन आसानी से भेजा जा सकता है. इससे पहले, केवल एक सीमित स्टॉक की आपूर्ति हेलिकॉप्टर के माध्यम से की जा सकती थी, लेकिन अब कोई समस्या नहीं होगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि टनल में करीब 35 लोग फंसे हुए हैं. हम ड्रिल कर रहे हैं. साथ ही रस्सी के जरिये भी उन तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
मंजीत नेगी