यूपी: विधान परिषद में भी दिखेगी BJP की सोशल इंजीनियरिंग, जानिए क्या है जातीय समीकरण?

2022 के चुनाव को देखते हुए बीजेपी, उत्तर प्रदेश में 4 विधान परिषद की सीटों के लिए जातियों के समीकरण का ध्यान रखकर ही सदस्यों को मनोनीत करेगी. 19 जुलाई को दिल्ली में जेपी नड्डा और प्रदेश के दूसरे नेताओं की बैठक है. जिसके बाद नामों पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है. 

Advertisement
विधान परिषद में बीजेपी गणित (फाइल फोटो) विधान परिषद में बीजेपी गणित (फाइल फोटो)

कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 19 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 4:35 PM IST
  • खाली सीटों पर मनोनयन के लिए मंथन तेज
  • उत्तर प्रदेश में चार विधान परिषद की सीट खाली

उत्तर प्रदेश के चार विधान परिषद की खाली सीटों पर मनोनयन के लिए अब बीजेपी के अंदर मंथन तेज हो गया है. माना जा रहा है कि 2022 के चुनाव को देखते हुए बीजेपी, उत्तर प्रदेश में 4 विधान परिषद की सीटों के लिए जातियों के समीकरण का ध्यान रखकर ही सदस्यों को मनोनीत करेगी. 19 जुलाई को दिल्ली में जेपी नड्डा और प्रदेश के दूसरे नेताओं की बैठक है. जिसके बाद नामों पर आखिरी फैसला लिया जा सकता है. 

Advertisement

वैसे बीजेपी ने अपनी तरफ से कई नामों की लिस्ट दिल्ली भेज दी है और अब आखिरी मुहर दिल्ली में मीटिंग के बाद लगेगी. इन चार विधान परिषद सीटों के माध्यम से बीजेपी एक बार फिर प्रदेश में जातिगत समीकरणों के कील कांटे ठीक करने की जुगत में है. बीजेपी 4 सीटों के लिए 4 जातियों के लोगों को मनोनीत करने जा रही है. जिसमें चर्चा यह है कि एक कायस्थ जाति से, एक ब्राह्मण, एक निषाद और एक अति पिछड़ी जाति का हो सकता है. 

और पढ़ें- UP ब्लॉक प्रमुख: महराजगंज में भाजपा की जीत, विधान परिषद के पूर्व सभापति की बहू जीतीं

जिन नामों की चर्चा चल रही है उसमें जितिन प्रसाद का नाम सबसे ऊपर है. उसके बाद निषाद पार्टी के संजय निषाद कायस्थ समाज से ओपी श्रीवास्तव का नाम चर्चा में है.

Advertisement

माना जा रहा है कि पहले विधान परिषद में 4 सीटों के लिए मनोनयन होगा और उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार भी हो सकता है लेकिन इस मनोनयन के बाद बीजेपी की ताकत विधान परिषद में काफी बढ़ जाएगी. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement