पश्चिम बंगाल में हार के बाद उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के नतीजे भी भाजपा के लिए कोई राहत की खबर नहीं लाए हैं. सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की जिला पंचायत सदस्य की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस और सपा समर्थित प्रत्याशियों का दबदबा रहा, जबकि भाजपा समर्थित प्रत्याशियों की जबरदस्त हार हुई है. जिला पंचायत की 52 सीटों पर कांग्रेस और सपा ने 11 पर कब्जा जमाया है, जबकि भाजपा के खाते में नौ सीटें आई हैं. एक सीट अपना दल और 21 सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों के खाते में आईं हैं. वहीं बसपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई.
प्रमुख चेहरे जिनकी हुई हार-जीत
रायबरेली में जिला पंचायत सदस्य के परिणामों में जहां पूर्व सांसद अशोक सिंह के बेटे मनीष सिंह की पत्नी आरती सिंह ने अमावां द्वितीय से जीत हासिल की है, वहीं जगतपुर से कांग्रेस के राकेश सिंह राना ने अपना जलवा दिखाया है. राही ब्लाक की तीनों सीटों पर जहां सपा समर्थित प्रत्याशी ने जीत हासिल की है, वहीं महाराजगंज प्रथम से पूर्व ब्लॉक प्रमुख एवं सपा के पूर्व विधायक रामलाल अकेला के बेटे विक्रांत अकेला ने जीत हासिल की है. उन्होंने सपा से बागी प्रत्याशी को ही नहीं, बल्कि भाजपा के पूर्व विधायक राजाराम त्यागी को धूल चटाई है.
यही नहीं हरचंदपुर तृतीय से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह की अनुज वधू सुमन सिंह चुनाव हार गई हैं. सुमन सिंह को सपा की शिवदेवी ने हराया है. हरचंदपुर प्रथम से जहां भाजपा समर्थित प्रत्याशी चुनाव हार गए, वहीं राघवेंद्र प्रताप सिंह निर्दलीय लड़कर जीत दर्ज की है. यह अलग बात है कि राघवेंद्र सिंह एक वरिष्ठ भाजपा नेता के बेटे हैं.
निर्दलीय प्रत्याशियों की रहेगी अहम भूमिका
पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की तस्वीर बदल गई है. अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होने के लिए गुणाभाग का दौर शुरू हो गया है. जिस तरह चुनाव परिणाम आए हैं, उससे जाहिर है कि जिला पंचायत चुनाव में कड़ा मुकाबला होने वाला है. 52 सीटों वाली जिला पंचायत में किसी दल को पूरा बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में भाजपा, सपा और कांग्रेस को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर अपने उम्मीदवार की ताजपोशी चाहिए, तो उसे निर्दलीयों को अपने पाले में करना ही होगा. हालांकि भाजपा शुरू से ही यह कहती आई है कि अबकी बार जिला पंचायत अध्यक्ष उसकी पार्टी का ही होगा, लेकिन कांग्रेस प्रवक्ता विनय द्विवेदी ने बताया कि सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य हमारे जीते हैं और इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष हमारा ही होगा.
सपा, बीजेपी का भी दावा
सपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव जिलाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जे का दावा कर रहे हैं. वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष रामदेव पाल का कहना है कि हमारे सदस्य 9 लोग जीत कर आए हैं और जिला अध्यक्ष भी हमारा होगा, लेकिन बीजेपी के जिन 9 सदस्यों की जीत का दावा जिलाध्यक्ष कर रहे हैं उनमें एक बृजलाल पासी की मृत्यु हो चुकी है. जहां पर बाद में इलेक्शन होगा, यानी कि फिलहाल इस वक्त बीजेपी के पास 8 विजयी प्रत्याशी ही हैं, लेकिन क्योंकि यह चुनाव पार्टी के चुनाव निशान पर नहीं थे, इसलिए दावे भी सारे ही अपनी जीत का कर रहे हैं, लेकिन अध्यक्ष किसका होगा यह तो आने वाला वक्त बताएगा, फिलहाल गांधी के गढ़ में भाजपा की हालत पतली दिखाई दे रही है. हालांकि रायबरेली की पांचों विधानसभाओं में तीन विधायक भारतीय जनता पार्टी के हैं, तो दो विधायक कांग्रेस के हैं, लेकिन दोनों ही भारतीय जनता पार्टी के वीडियो में उनके साथ खड़े नजर आते हैं.
जिला पंचायत सदस्य विजयी प्रत्याशियों की सूची
1- अमवा प्रथम से सपा के जितेंद्र यादव.
2 - अमावां द्वितीय से कांग्रेस की आरती सिंह.
3 - अमावां तृतीय से सपा के आलोक यादव.
4 - महराजगंज प्रथम से सपा के विक्रांत अकेला.
5 - महराजगंज द्वितीय से बीजेपी की आरती गौतम.
6 - शिवगढ़ प्रथम से निर्दलीय अनुपमा मिश्रा.
7- शिवगढ़ द्वितीय से कांग्रेस समर्थित अंजली रावत.
8 - शिवगढ़ तृतीय से निर्दलीय विनय वर्मा.
9 - बछरावां प्रथम से कांग्रेस की दयावती.
10- बछरांवा द्वितीय से बीजेपी की दीपिका सिंह.
11 - बछरांवा तृतीय से निर्दलीय प्रत्याशी सीमा गौतम.
12 - हरचंदपुर प्रथम से निर्दलीय युवा प्रत्याशी राघवेंद्र सिंह.
13- हरचंदपुर द्वितीय से निर्दलीय राम कुमार कोरी.
14 - हरचंदपुर तृतीय से सपा प्रत्याशी शिव देवी.
15 - सातवां प्रथम से निर्दलीय शीतला.
16 - सतावां द्वितीय से कांग्रेस के मो. शरीफ.
17 - सतावां तृतीय से सपा की अनिता.
18 - खीरों प्रथम से सपा के ब्रजेश यादव.
19 - खीरों द्वितीय से निर्दलीय उम्मीदवार मालती सिंह.
20 - खीरों तृतीय से बीजेपी की रेनू सिंह.
21 - सरेनी प्रथम से कांग्रेस के अजय सिंह.
22 - सरेनी द्वितीय से निर्दलीय मेशर जहां.
23 - सरेनी तृतीय से बीजेपी की प्रिया सिंह.
24 - सरेनी चतुर्थ से निर्दलीय गौरव सिंह.
25 - लालगंज प्रथम से बीजेपी समर्थित सुनील गैतम.
26 - लालगंज द्वितीय से निर्दलीय नीतू पासवान.
27 - लालगंज तृतीय से सपा के आशीष यादव.
28 - डलमऊ प्रथम से निर्दलीय सत्येंद्र कुमार.
29 - डलमऊ द्वितीय से निर्दलीय कोमल यादव.
30 - डलमऊ तृतीय से कांग्रेस के वीरेंद्र यादव.
31 - डलमऊ चतुर्थ से कांग्रेस के अशोक यादव.
32 - दीनशाह गौरा प्रथम से कांग्रेस की अवंतिका लोधी.
33 - दीनशाह गौरा द्वितीय से कांग्रेस के संतोष सिंह.
34 - जगतपुर से कांग्रेस के राकेश सिंह राना.
35 - ऊंचाहार प्रथम से निर्दलीय आदर्श वाजपेयी.
36 - ऊंचाहार द्वितीय से निर्दलीय शैलेंद्र गुप्ता.
37 - ऊंचाहार तृतीय से निर्दलीय शीला देवी.
38 - रोहनिया प्रथम से निर्दलीय रंजना चौधरी.
39 - रोहनिया द्वितीय से निर्दलीय कंचन सरोज.
40 - सलोन प्रथम से अपना दल की किरण रावत.
41 - सलोन द्वितीय से बीजेपी समर्थित माया देवी.
42 - सलोन तृतीय से कांग्रेस के अयोध्या प्रसाद.
43 - सलोन चतुर्थ से निर्दलीय शीला देवी.
44 - छतोह प्रथम से सपा की राजकुमारी.
45 - छतोह द्वितीय से बीजेपी समर्थित दिवंगत बृजलाल.
46 - डीह प्रथम से बीजेपी समर्थित शेर बहादुर सिंह.
47 - डीह द्वितीय से निर्दलीय विनोद जायसवाल.
48 - डीह तृतीय से बीजेपी समर्थित आशुतोष सिंह.
49 - राही प्रथम से सपा की गायत्री देवी.
50 - राही द्वितीय से सपा के उदय राज यादव.
51 - राही तृतीय से सपा के देशराज यादव.
52 - राही चतुर्थ से निर्दलीय रेखा साहू.
शैलेन्द्र प्रताप सिंह