कोरोना काल में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) वर्चुअल रैली कर रही है. बिहार और ओडिशा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में जन संवाद रैली को संबोधित किया. इस रैली का उद्देश्य भले कोरोना से जुड़ा हुआ हो, लेकिन इसमें सियासी बयानबाजी अब तक जमकर हुई है. वहीं, अब बीजेपी की वर्चुअल रैली पर विपक्ष हमलावर हो गया है.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 7 जून से चल रही बीजेपी की वर्चुअल रैली को ‘खर्चुअल रैली’कहा है. अखिलेश ने कहा कि बिहार की तरह पश्चिम बंगाल में भी अरबों रुपये खर्च करके विश्व रिकॉर्ड बनाने वाली खर्चुअल रैली’... या ‘वर्चुअल रैली' हो रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का दावा है कि ये चुनावी रैली नहीं है, अगर ये चुनावी रैली नहीं है तो फिर बूथ स्तर तक इन्हें पहुंचाने का प्रयास क्यों हो रहा है. दरअसल, बीजेपी झूठ का विश्व रिकॉर्ड बना रहे है.
इधर, कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि क्या ये तथाकथित वर्चुअल रैलियां महामारी के प्रसार को नियंत्रित करेंगी. खोए हुए रोजगार को वापस लाएंगी, अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करेंगी?
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री की चिट्ठी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बीजेपी कार्यकर्ता 10 करोड़ घरों तक पहुंचाएंगे. साथ ही लगभग 250 वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस, 2000 से ज्यादा वर्चुअल मीटिंग्स आयोजित की जाएंगी, जिसमें प्रत्येक में 1 हजार कार्यकर्ता जुड़ेंगे.
कोरोना एक्सप्रेस को लेकर ममता बनर्जी पर भड़के अमित शाह, कहा- यही बाहर का रास्ता दिखाएगी
जन संवाद रैली में ममता पर शाह ने साधा निशाना
बिहार और ओडिशा के बाद मंगलवार को अमित शाह ने पश्चिम बंगाल में जन संवाद रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुनौती दी. शाह ने कहा कि आप राजनीति का मैदान तय कर लो, दो-दो हाथ हो जाए. दरअसल, अपने भाषण में अमित शाह बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर केंद्र की योजनाएं राज्य में लागू न करने का आरोप लगा रहे थे. इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की वजह से आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का लाभ बंगाल की जनता को नहीं मिल पा रहा है.
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