UP: तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में योगी सरकार, Delta+ वैरिएंट को लेकर भी अलर्ट

प्रदेश सरकार ने राज्‍य में कोरोना वायरस की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा का विस्‍तार किया है. नई दिल्ली आईजीआईबी में 550 सैंपल की जांच कराई गई, जिसमें किसी एक सैंपल में भी कोरोना वायरस के डेल्टा प्‍लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. 

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सीएम योगी आदित्यनाथ सीएम योगी आदित्यनाथ

समर्थ श्रीवास्तव

  • लखनऊ ,
  • 30 जून 2021,
  • अपडेटेड 8:02 AM IST
  • यूपी में जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था की
  • प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादकता के मामले में आत्मनिर्भर हो रहा
  • छोटे जिलों में भी जांच के लिये नई लैब की सौगात

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बेहद सजग है. प्रदेश सरकार ने राज्‍य में कोरोना वायरस की जांच के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की सुविधा का विस्‍तार किया है. नई दिल्ली आईजीआईबी में 550 सैंपल की जांच कराई गई, जिसमें किसी एक सैंपल में भी कोरोना वायरस के डेल्टा प्‍लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है. 

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जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए क्या किया?

कोविड वैरिएंट की पड़ताल में जीनोम सीक्वेंसिंग काफी कारगर साबित होगी. इसके माध्यम से वायरस कैसा है और किस तरह दिखता है इसकी पूरी जानकारी मिलती है. सरकार ने प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के दायरे को बढ़ाते हुए बीएचयू, केजीएमयू, सीडीआरआई, आईजीआईबी, राम मनोहर लोहिया संस्‍थान में जीनोम परीक्षण की व्यवस्था की है. लेकिन अब जल्‍द ही नेशनल बोटैनिकल रिसर्च इंस्टिट्यूट (एनबीआरआई) में भी जीनोम सीक्वेंसिंग शुरू होगी, जिससे अब प्रदेश में संक्रमण के नए वैरिएंट का परीक्षण आसानी से किया जा सकेगा. 

एनबीआरआई में जीनोम की जांच शुरू

बता दें कि राजधानी लखनऊ के एनबीआरआई में कोरोना की पहली लहर के बाद ही नए वैरिएंट की जांच शुरू की थी. जिसमें 45 सैंपल जांचे गये थे. संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अगले दो हफ्तों में यहां फिर से डेल्‍टा प्‍लस वैरिएंट की जांच शुरू की जाएगी. जबक‍ि बीएचयू, केजीएमयू,  सीडीआरआई व आईजीआईबी में वायरस के जीनोम परीक्षण प्रक्रिया तेज कर दी गई है. अब जल्‍द ही एनबीआरआई में जीनोम की जांच शुरू होने से जांच प्रक्रिया प्रदेश में रफ्तार पकड़ेगी. 

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उत्तर प्रदेश में कोरोना का हाल 

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीते चार महीनों में कोरोना संक्रमण के मामले 200 से कम दर्ज किए गए हैं. सर्वाधिक आबादी वाले उत्‍तर प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 75 लाख से अधिक कोविड टेस्ट किए जा चुके हैं. प्रदेश में एक्टिव केस की संख्‍या तीन हजार से कम हो गई है. प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 0.1 प्रतिशत से भी कम स्तर पर आ चुकी है वहीं रिकवरी रेट 98.5 प्रतिशत पहुंच गया है. 

ऑक्सीजन उत्पादकता

उधर, उत्तर प्रदेश ऑक्सीजन उत्पादकता के मामले में आत्मनिर्भर हो रहा है. प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 525 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. प्रदेश में 528 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने हैं जिसमें से अब 121 प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं. 

जांच के लिये नई प्रयोगशालाओं की सौगात

साथ ही प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए योगी सरकार ने छोटे जिलों में भी जांच के लिये नई प्रयोगशालाओं की सौगात देते हुए एक ओर प्रदेश में 11 बीएसएल टू लैब की को शुरू करने के निर्देश दिए हैं. वहीं प्रदेश के अन्‍य 30 जनपदों में महज तीन से चार माह में नई बीएसएल टू लैब की शुरूआत हो जाएगी. जिसमें अमरोहा, बागपत, बलरामपुर, बाराबंकी, चंदौली, एटा, उन्‍नाव, फतेहपुर, श्रावस्‍ती, सुल्‍तानपुर समेत 20 अन्‍य जनपदों में तीन माह के भीतर ही बीएसएल टू लैब शुरू हो जाएंगी. 

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