आम तौर पर किन्नरों से कोई पंगा नहीं लेता है. रेलवे स्टेशन हो, बाजार हो, ट्रेन में यात्रा का मौका हो किन्नरों को वसूली करते हुए देखा जा सकता है और उनके खिलाफ कोई बोलने की हिम्मत भी नहीं करता है.
मगर सोमवार को मेरठ में इसके उलट तस्वीर देखने को मिली. किसी मामले को लेकर हंगामा खड़ा करने के बाद पुलिस ने किन्नरों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा. एसएसपी का कहना है कि स्थिति ऐसी हो गई कि लाठीचार्ज करना पड़ा. किन्नरों ने बदसलूकी करनी शुरू कर दी जिसकी वजह से लाठीचार्ज करना पड़ा
एसएसपी ने बताया कि बदसलूकी के बाद ही पुलिस ने बल का प्रयोग किया ताकि किन्नरों को नियंत्रित किया जा सके. अगर जरूरत पड़ी तो और पुलिस बल को तैनात किया जाएगा. इस मामले में जांच पड़ताल जारी है.
असल में, इलाके के बंटवारे को लेकर किन्नरों के दो गुटों में झगड़ा हो गया. पुलिस ने बताया कि यह घटना दोपहर बाद की है, जब एक गुट एक इलाके में 'बधाई' लेने के लिए जा रहे थे. गाना गाने, डांस करके पैसे लेने की परंपरा को बधाई कहा जाता है. इसी बधाई को लेकर दो गुटों में झगड़ा हो गया. पुलिस मौके पर पहुंची तो किन्नर उनसे भी भीड़ गए. एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने दोनों समूहों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. इस मामले में नौ किन्नर गिरफ्तार किए गए हैं.
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