उन्नाव रेप और एक्सीडेंट मामले में सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई का एक्शन शुरू हो गया है. सीबीआई ने इस मामले में अपनी जांच शुरू की और रायबरेली जिले के गुरबख्श पुलिस स्टेशन में पुलिसवालों से बात की. बता दें कि पीड़िता की गाड़ी का जो एक्सीडेंट हुआ था उसके बाद मौके पर पहुंचने वाले सबसे पहले यही पुलिसवाले थे. सुप्रीम कोर्ट ने एक्सीडेंट मामले की जांच पूरी करने के लिए सीबीआई को सात दिन का वक्त दिया है.
सीबीआई की टीम ने पुलिसवालों और थानाध्यक्ष से क्राइम सीन की पूरी जानकारी ली और प्रत्यक्षदर्शियों ने एक्सीडेंट के बाद जो बयान दिया है, उसका ब्योरा लिया. इतना ही नहीं, सीबीआई के अफसर बांदा जिले में उस जगह भी गए जहां से ट्रक में सामान लोड किया गया था.
बता दें कि गुरुवार को ही सीबीआई की जांच टीम ने पीड़िता की मां का बयान दर्ज किया था. इसमें पीड़िता की मां ने सीबीआई अफसरों को बताया था कि बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के साथियों की तरफ से उनके परिवार को लगातार धमकी मिल रही थीं. इतना ही नहीं सीबीआई की टीम ने घायल वकील के परिवार वालों से भी बात की और उनका बयान रिकॉर्ड किया.
लखनऊ के अस्पताल में भर्ती पीड़िता का भी सीबीआई अफसरों ने हालचाल जाना और करीब दो घंटों तक उन डॉक्टरों से बात की जो पीड़िता का इलाज कर रहे हैं.
गौरतलब है कि गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में उन्नाव मसले को लेकर तीन बार सुनवाई हुई थी. चीफ जस्टिस ने इस मामले में सख्त रुख अख्तियार किया है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि इस मामले का ट्रायल 45 दिन के अंदर पूरे किए जाएं, साथ ही मामले से जुड़े सभी पांच केस को लखनऊ से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया है. इतना ही नहीं सर्वोच्च अदालत ने सीबीआई को पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले की जांच करने के लिए सिर्फ सात दिन का वक्त दिया है.
शिवेंद्र श्रीवास्तव