कांग्रेस यूपी में राहुल को झोंक रही है, राहुल माया, मुलायम और मोदी की तिकड़ी पर हमलावर हैं. लेकिन जनता के बीच चर्चा बढ़े, लोग आकर्षित हों, राहुल के हमले दिमाग पर चढ़ें, इसलिए व्यंग के ज़रिये कांग्रेस और उसके रणनीतिकार पीके की टीम ने एक और दांव चला है. राहुल की सभाओं में कंगाल इंटेरनेशनल बैंक के नाम से चेक जनता के बीच बंटवाए जा रहे हैं.
खास बात ये है कि, इस चेक में जारीकर्ता की जगह भारतीय जुमला पार्टी और प्रधान सेवक लिखा है और हस्ताक्षर लाल कलम से फेंकू के हैं. चेक बांटने वाले किसी सामाजिक संगठन के नाम से चेक बांटते हैं. वैसे इस चेक में राशि भी 15 लाख लिखी गयी है और चेक के नंबर की शुरुआत होती हैं 420 से. इसके साथ इसी चेक के साथ एक पोस्टर बनाया गया है, जो जनता को दिखाया जा रहा है, इसमें नारे भी लिखे होते हैं.
नारे हैं-
कब आएगा काला धन, पूछ रहा है जन गण मन.
भूल गए सब कुछ, याद नहीं अब कुछ
15 लाख कहे थे सचमुच?
इसके अलावा ऐसे ही एक पोस्टर में राहुल गांधी के आते ही नरेंद्र मोदी , अमित शाह , अरुण जेटली और चौधरी वीरेंदर सिंह को चूहे की तरह भागते हुए दिखाया गया है। उस पर नारा भी चस्पा है- राहुल गांधी की ललकार, ज़मीन छोड़ भागी सरकार। ये पोस्टर लैंड बिल पर मोदी सरकार को बैकफुट पर लाने से जोड़कर बनाया दीखता है.
दरअसल, कांग्रेस और टीम पीके को लगता है कि, इस तरह की राजनीति करने और ऐसे पोस्टर बैनर लगाने पर उन पर तमाम इलज़ाम भी लग सकते हैं। इसीलिए ये चेक, पोस्टर, बैनर और नारे किसी सामाजिक संस्था के नाम से दिखाए और बांटे जा रहे हैं, लेकिन कुछ में हाथ के पंजे का निशान अपनी सियासी कहानी खुद बी खुद बयान कर देता है। आखिर खुद राहुल भी नारा दे रहे हैं कि, किसान त्रस्त हैं और मोदी जी मस्त हैं.
कुमार विक्रांत