देश भर में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच वैक्सीनेशन का अभियान भी तेजी से चल रहा है. महामारी के दौर में वैक्सीन एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है. जहां सरकार लोगों से वैक्सीन लगवाने के लिए अपील कर रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के प्रभारी, सांसद संजय सिंह ने यूपी सरकार को वैक्सीन के नियमों के चलते, सवाल किया है.
आम आदमी पार्टी की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, संजय सिंह का कहना है कि जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते उनका वैक्सीनेशन आखिर कैसे होगा? और वह अपना वैक्सीनेशन करवाने के लिए किसके पास जाएं? क्योंकि प्रदेश की 80% जनसंख्या गांव में रहती है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में रह रहे लोगों के पास ना स्मार्टफोन है, ना डाटा और ना ही गांव में कोई साइबर कैफे है.
उन्होंने कहा कि इन सबके अभाव में आखिर प्रदेश की जनता, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर कैसे वैक्सीनेशन करवा सकती है? प्रदेश की बड़ी आबादी का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता है. संजय सिंह ने कहा कि ऐसे में सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए कि सबको वैक्सीन मिल सके और सरकार को इसके लिए इंतजाम भी करना चाहिए.
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ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही टीकाकरण
दरअसल सूबे की योगी सरकार ने पिछले दिनों कोरोना के टीकाकरण अभियान को लेकर एक बड़ा फैसला लिया था. जिसमें सरकार ने 10 मई से 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराने के निर्देश जारी किए थे. अभी तक इसमें ऑनलाइन पंजीकरण के साथ-साथ ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन के जरिए टीकाकरण किया जाता था, लेकिन इसे अब स्थगित कर दिया गया है. जिसके बाद अब सिर्फ ऑनलाइन पंजीकरण के बाद ही टीकाकरण हो सकेगा.
'कूड़े की गाड़ी और ठेले से नदियों में फेंके जा रहे शव'
साथ ही साथ संजय सिंह ने कूड़े की गाड़ी और ठेले से नदियों में फेंके जा रहे शव पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि योगी राज में कूड़े की गाड़ी और ठेले से शव ढोए जा रहे हैं. कोरोना से मरने वालों की अधजली लाशों को कुत्ते नोच कर खा रहे हैं. संजय सिंह ने कहा कि योगी सरकार में इंसानों को इलाज नहीं मिल रहा है और ना ही मरने वालों को उसको धार्मिक रीति रिवाज से अनुसार अंतिम संस्कार हो पा रहा है.
सत्यम मिश्रा