अब आजम खान की पत्नी और दोनों बेटों को नोटिस, जमीन कब्जाने का आरोप

रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. जिला प्रशासन ने आजम के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के घर पर नोटिस चस्पा किया है. आजम की पत्नी और राज्यसभा सदस्य तंजीम फातिमा और बेटों अजीब व अब्दुल्ला आजम को धारा 107 और 91 के तहत नोटिस दिया गया है. इन पर किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करके मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की चारदीवारी के अंदर मिलाने का आरोप है.

Advertisement
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान (फाइल फोटो-IANS) समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान (फाइल फोटो-IANS)

आशुतोष मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 09 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 1:45 PM IST

  • धारा 107 और 91 के तहत नोटिस दिया गया है
  • आजम के समर्थन में आज रामपुर जाने वाले थे अखिलेश

रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. जिला प्रशासन ने आजम के विधायक बेटे अब्दुल्ला आजम के घर पर नोटिस चस्पा किया है. आजम की पत्नी और राज्यसभा सदस्य तंजीम फातिमा और बेटों अजीब व अब्दुल्ला आजम को धारा 107 और 91 के तहत नोटिस दिया गया है. इन पर किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा करके मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की चारदीवारी के अंदर मिलाने का आरोप है.

Advertisement

इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज सोमवार को सांसद आजम खान के समर्थन में रामपुर जा रहे थे, लेकिन उनका दौरा रद्द हो गया है. अखिलेश यादव ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि योगी सरकार ने उन्हें रामपुर जाने से रोक दिया है, जिसके चलते उन्हें अपना आज का कार्यक्रम रद्द करना पड़ रहा है.

उन्होंने बताया, "मुझे आज रामपुर जाना था, मेरे कई कार्यक्रम थे. प्रशासन को सारा कार्यक्रम दे दिया था. किन-किन से मिलना है, सब कुछ बताया गया था. लेकिन जिलाधकारी ने मोहर्रम का हवाला दिया और कार्यक्रम की व्यवस्था नहीं कर पाए."

अखिलेश यादव ने कहा, "चूंकि मुहर्रम और गणेश विसर्जन है, इसलिए मैं अपने कार्यक्रम में दो दिन की देरी कर रहा हूं. मैं 13 और 14 सितंबर को रामपुर के अगले कार्यक्रम का ब्योरा जिला प्रशासन को भेजूंगा और अपने आंदोलन का विवरण भी दूंगा." पूर्व मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पर सरकार के लिए काम करने का आरोप लगाया.

Advertisement

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "वह सरकार को खुश करने में जुटे हैं. डीएम एक्सटेंशन चाहते हैं. वह यूपी में ही तैनाती चाहते हैं." उन्होंने कहा, "रामपुर में बीजेपी, कांग्रेस और प्रशासन एक हैं. बीजेपी को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है. बीजेपी यूनिवर्सिटी नहीं बनने दे रही. रामपुर को सरकार ने मुद्दा बना रखा है. सरकार नाकामी छिपाना चाहती है."

गौरतलब है कि सपा सरकार के वरिष्ठ नेता आजम खान पर 81 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. आजम खान भी इस लड़ाई में अकेले पड़ते दिखाई दे रहे थे. इसके बाद उनके समर्थन में पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव उतरे. उन्होंने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर कार्यकताओं से आजम के समर्थन में सड़क पर उतरने का आह्वान किया था. इसी के बाद अखिलेश यादव ने नौ सिंतबर को रामपुर में आजम के परिवार से मुलाकात करने का कार्यक्रम तय किया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement