समाजवादी पार्टी और यादव परिवार की मची हलचल से उत्तर प्रदेश राजनीति की गलियारों में एक नई हवा बहनी शुरू हो गई है. अटकलें हैं कि अगर अखिलेश नई पार्टी का गठन करते हैं तो उनको कांग्रेस का समर्थन मिल सकता है. ऐसी संभावनाएं तब सामने आईं, जब सोमवार को सपा में हाई-वोल्टेज ड्रामा चल रहा था तो उस समय कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बैठक चल रही थी. खास बात ये है कि इस बैठक में प्रियंका गांधी भी शामिल हुईं.
बैठक में इस पर चर्चा की गई की अगर अखिलेश सपा से अलग होते हैं और विधानसभा में बहुमत साबित करने की बात आती है तो कांग्रेस अखिलेश को समर्थन देगी. बैठक में सीएम पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर भी मौजूद थे. हालांकि आधिकारिक रूप से अभी ऐसा कुछ नहीं कहा गया है. ये बात इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पूर्व में अखिलेश और राहुल को एक-दूसरे के प्रति नरम देखा गया है.
राहुल और अखिलेश में कई बार एक जैसी समानताएं भी देखी गई हैं. दोनों अपने-अपने दलों में बदलाव चाहते हैं.
मोनिका शर्मा