यमुना प्राधिकरण के मास्टर प्लान को बनाने की तैयारी जोरों पर है. इनमें पांच कंपनियों ने रुचि दिखाई है इसमें वह कंपनी भी शामिल है जिसने नए संसद भवन का आर्किटेक्चर तैयार किया है.
मास्टर प्लान करीब 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बनेगा इसमें गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के बीच गांव की जमीन आएगी. एनसीआर प्लानिंग बोर्ड 2041 के मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने जुड़ा है. एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने प्राधिकरण से भी उनका मास्टर प्लान मांगा है ताकि उसे भी पास किया जा सके.
यमुना प्राधिकरण ने बुधवार को अपनी तकनीकी निविदा खोल दी. जिसमें 5 कंपनियां प्रेजेंटेशन देंगी. इसके आधार पर टेंडरिंग की जाएगी और टेंडर खोले जाएंगे. उसके बाद कंपनी का चुनाव किया जाएगा. उम्मीद है कि अगले 10-12 दिन में हो जाएगा.
जिन कम्पनियो ने दावा किया है उनमें एलईए एसोसिएट्स साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड, एचपीसी डिज़ाइन एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, मार्स प्लानिंग एंड इंजिनीरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, वेपपास लिमिटेड, एजिज इंडिया कंसल्टिंग इंजीनियरस प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
तनसीम हैदर