उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के नानौता में तीन तलाक का एक और गंभीर मामला सामने आया है. यहां एक गर्भवती महिला को उसके पति ने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोला और घर से निकाल दिया. विवाहिता का आरोप है कि उसे इसलिए तलाक दिया गया क्योंकि उसने गर्भपात कराने से इंकार कर दिया था.
पीएम को पत्र लिखकर लगाई सुरक्षा की गुहार
पीड़ित महिला के मुताबिक उसकी दो बेटियां हैं और ससुराल के लोगों को आशंका है कि तीसरी भी बेटी ना हो जाए. यही कारण है कि ससुराल वाले गर्भ को गिराना चाहते हैं. पीड़िता का यह भी आरोप है कि जब उसने पुलिस से इस मामले की शिकायत की तो पुलिस थाने में भी उसकी सुनवाई नहीं हुई. अब महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीन तलाक को खत्म कराने और पेट में पल रहे अपने बच्चे की सुरक्षा की गुहार लगाई है.
शादी को हुए करीब पांच साल
नानौता के मोहल्ला कानूनगोयान की रहने वाली विवाहिता सगुफता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा है. इस पत्र में पीड़िता ने लिखा है कि करीब पांच साल पहले उसकी शादी गंगोह के बुडढाखेडा गांव के रहने वाले शमशाद के साथ शादी हुई थी. शादी के बाद उसकी दो बेटियां हैं. अब वह तीसरी बार मां बनने वाली है.
तीन बार तलाक कह घर से निकाला
आरोप है कि तीसरी भी बेटी ना हो जाए इस डर से 24 मार्च को पति और ससुराल के अन्य लोगों ने उस पर गर्भ गिराने का यानी दबाव बनाया. विवाहिता ने गर्भ में पल रहे बच्चे का कत्ल कराने से साफ इंकार कर दिया तो उसके साथ मारपीट भी की गई. इसी दौरान गुस्से में उसके पति ने उसे तीन बार तलाक बोल दिया और घर से निकाल दिया.
मोदी और योगी को लिखा खत
पीड़िता के मुताबिक उसी दिन वह अपने मायके लौट आई और नानौता थाने पहुंचकर पुलिस को पूरी घटना बताई, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. अब महिला ने एसएसपी और डीआईजी समेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है. महिला ने मोदी से अपने पत्र के माध्यम से इस तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करने की भी गुहार लगाई है.
सुरभि गुप्ता