यूपी में भीड़तंत्र के हिंसा की हालिया 18 घटनाओं के बाद यूपी पुलिस ने एडवायजरी जारी की है. पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है. इस बाबत अलग-अलग जगहों से 44 लोगों को हिरासत में लिया गया है. दरअसल, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बच्चा चोरी गैंग के सक्रिय होने की खबरें सामने आ रही हैं, जिनमें भीड़ द्वारा लोगोंं की पिटाई के मामले सामने आए हैं. ऐसे में सवाल हैं कि पुलिस एडवाइजरी के जरिए भीड़ तंत्र की पिटाई पर रोक लग सकेगी?
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से कुछ शरारती तत्व यह अफवाह फैला रहे हैं कि 'बच्चों की चोरी करने वाला गैंग' सक्रिय हो गया है. इस पर शामली पुलिस लोगों को आगाह करते हुए ये सूचना जारी की है कि ये सारी अफवाह फर्जी, बेबुनियाद हैं. जांच में ये सारी केवल अफवाह पाई गई हैं.
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जब भी अपको कभी बच्चा चोरी की सूचना मिले या 'बच्चा चोर' का शोर सुनाई पड़े तो आप लोग तुंरत 100 नंबर डायल करके पुलिस को सूचना दें.
इधर, दो दिन पहले गाजियाबाद के लोनी में भीड़ ने एक महिला को बच्चा चोर समझकर पीट दिया था. महिला का पिटाई का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस जांच में यह सामने आया है कि जिस बच्चा को चोरी करने के शक में लोगों ने महिला की पिटाई वह उसका पोता था. लोनी के सीओ ने लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है.
बीते दिनों जौनपुर में मानसिक रूप से विक्षिप्त एक महिला को गांव वालों ने बच्चा चोरी के आरोप में पिटाई कर दी. कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. वहीं, फिरोजाबाद में बीते 10 अगस्त को बच्चा चोरी के शक में कार में सवार 2 महिला, 2 पुरुषों की भीड़ ने की पिटाई कर दी थी. लोगों ने कार में भी तोड़-फोड़ कर दी थी.
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