पराए हुए किसी अपने को फिर अपना बनाने की कला भला कोई प्रियंका गांधी से सीखे. भले ही रविवार को पूर्व सांसद ओबेदुल्ला खान आजमी फिर कांग्रेस में वापस आए हों, लेकिन परदे के पीछे इसकी कहानी राहुल गांधी की किसान यात्रा से पहले ही लिखी जा चुकी थी. आजमी की कांग्रेस में वापसी सितम्बर में जब परवान चढ़ी, सब कुछ तय हो गया, तब उनकी मुलाकात प्रियंका गांधी से कराई गई और उस मुलाकात ने आजमी को प्रियंका ने अपना मुरीद बना लिया और आजमी को भावुक कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक दरअसल हुआ यूं कि जब आजमी प्रियंका गांधी से मिलने पहुंचे तो प्रियंका ने उनको एल्बम से निकालकर एक पुरानी तस्वीर दिखाई, तस्वीर देखकर आजमी चौंके भी और भावुक भी हो गए. वो तस्वीर थी राजीव गांधी के साथ नौजवान ओबेदुल्ला आजमी की. प्रियंका ने आजमी को याद दिलाया कि वो राजीव गांधी के कितने करीब रहे, इसलिए उनका बाहर जाना परिवार से बाहर जाना रहा और अब आप परिवार में फिर जुड़ रहे हैं और विश्वास है कि आप हमेशा परिवार के साथ ही रहेंगे. फिर क्या था आजमी भावुक तो हुए ही, साथ ही प्रियंका की सियासत के भी मुरीद हो गए.
एक बार फिर प्रियंका ने परदे के पीछे से अपनी सियासी भूमिका निभाई, अब कांग्रेसी उम्मीद कर रहे हैं कि 19 नवम्बर को इंदिरा की झलक रखने वाली प्रियंका रायबरेली अमेठी के बाहर निकालकर अपनी सियासी यात्रा की शुरुआत कर देंगी.
कुमार विक्रांत