Mahant Narendra Giri Suicide Case updates: महंत नरेंद्र गिरि का बुधवार को ही पोस्टमॉर्टम हुआ था. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को पहले संगम ले जाया गया, बाद में हनुमान मंदिर होते हुए अंत में उनको भू-समाधि दी गई.
महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में एक बड़ी जानकारी सामने आई है. पुलिस ने सल्फास की गोलियां भी जब्त की हैं. पुलिस अब पता लगा रही है कि क्या जहर महंत नरेंद्र गिरि ने मंगाया था. गौरतलब है कि सुसाइड नोट में 13 सितंबर को आत्महत्या करने की बात लिखी थी, लेकिन फिर किसी वजहों से ऐसा नहीं हुआ.
महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में तीसरी गिरफ्तार हुई है. लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी के बेटे संदीप तिवारी को पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है. अब तक हुई गिरफ्तारी में सभी का नाम सुसाइड नोट में है.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को लेकर साधु संतों के बयान लगातार आ रहे हैं. इस मामले पर निरंजनी अखाड़ा के रविंद्र पुरी ने 'आज तक' से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है. रविंद्र पुरी ने कहा कि फांसी में सिर के पीछे चोट कैसे हो सकती है? ना जुबान चढ़ी, न आंखें.. तो ये फांसी कैसे हो सकती है.
महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में प्रयागराज कोर्ट ने उनके शिष्य आनंद गिरि और लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ में भू-समाधि दे दी गई है. सभी अंतिम क्रिया शिष्य बलबीर गिरि ने की. बताया गया है कि 10-12 फीट का गड्ढा खोदकर नरेंद्र गिरि को भू-समाधि दी गई. उनको इसमें शवआसन की मुद्रा में लेटाया गया है.
महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ में भू-समाधि देने का काम बलबीर गिरि द्वारा किया जा रहा है. नरेंद्र गिरि ने उन्हें अपने कथित सुसाइड नोट में उत्तराधिकारी बताया है.
महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को बाघंबरी मठ लाया गया है और अब उनको भू-समाधि दी जा रही है. मंत्रोच्चार शुरू हो गए हैं और बड़ी संख्या में साधु-संत यहां पर मौजूद हैं. अलग-अलग अखाड़ों और मठों के साधु यहां पर पहुंचे हैं.
महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को जब संगम पर ले जाया गया, तब भारी भीड़ होने के कारण स्नान की पूरी प्रक्रिया को ट्रक के अंदर ही पूरा किया गया. इस संदर्भ में संगम तीर्थ के पुरोहित दीपू मिश्रा ने बताया कि पहले यह व्यवस्था की गई थी कि महंत जी का पार्थिव शरीर ट्रक से उतारकर संगम स्थान कराया जाएगा. लेकिन पोस्टमॉर्टम होने के बाद शरीर को संगम के जल में उतारना संभव नहीं था. लिहाजा ट्रक में ही पार्थिव शरीर पर संगम का पवित्र जल छिड़का गया और संगम स्नान की औपचारिकता पूरी की गई.
(रिपोर्ट: उदय गुप्ता)
महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर अब से कुछ देर में बाघंबरी मठ पहुंचेगा. यहां पर ही भू-समाधि की प्रक्रिया पूरी की जानी है. बड़ी संख्या में साधु-संत यहां पर मौजूद हैं.
महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को प्रयागराज के संगम में स्नान करवाया गया है. इसके बाद हनुमान मंदिर में ले जाया जाएगा और फिर अंत में भूसमाधि दी जाएगी.
महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर प्रयागराज के संगम में ले जाया जा रहा है. यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी यहां पर मौजूद हैं.
नरेंद्र गिरि की मौत की जांच को लेकर केशव मौर्य ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है. मैं समझता हूं कि सरकार के जिम्मेदार व्यक्ति होने के नाते हमें इस पर कोई बयान नहीं देना चाहिए. ताकि किसी भी व्यक्ति को जांच को लेकर किसी भी तरह का दबाव महसूस हो.
डिप्टी सीएम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि एसआईटी गठित है और एसआईटी सच का खुलासा कर लेगी और कोई भी अगर दोषी होगा तो एक्शन लिया जाएगा.
(रिपोर्ट: उदय गुप्ता)
महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा शुरू हो गई है. मठ से नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को संगम ले जाया जाएगा, जहां स्नान होना है. उसके बाद लेटे हनुमान मंदिर तक पार्थिव शरीर ले जाया जाएगा और अंत में भूसमाधि दी जाएगी. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी अंतिम यात्रा के दौरान मौजूद रहे.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि महाराज के पार्थिव शरीर को समाधि दिए जाने से पहले स्नान कराने के लिए संगम लाया जाएगा. इसके लिए संगम नोज पर तैयारियां चल रही हैं. महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को संगम स्नान कराने के बाद उस लेटे हनुमान मंदिर भी ले जाया जाएगा, जिस मंदिर के नरेंद्र गिरी महंत थे. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को वापस बाघंबरी मठ ले जाया जाएगा. जहां पूरे विधि विधान से उन्हें समाधि दी जाएगी.
प्रयागराज में महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमॉर्टम पूरा हो चुका है. सुबह करीब 10 बजे पोस्टमॉर्टम पूरा हुआ, ये करीब दो घंटे तक चला. अब नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को अस्पताल से ले जाया जाएगा और समाधि की प्रक्रिया पूरी होगी.
नरेंद्र गिरि मौत मामले में पुलिस ने करीब 12 घंटे तक आनंद गिरि से पूछताछ की है. पुलिस ने आद्या तिवारी, आनंद गिरि को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की. इस दौरान सुसाइड नोट, हैंड राइटिंग को लेकर सवाल हुए.
आनंद गिरि ने पूछताछ में उसके खिलाफ साजिश होने की बात कही, उसने कहा कि उसका अब महंत जी के साथ कोई विवाद नहीं था. महंत आनंद गिरि, आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी तीनों से एक साथ भी मंदिर के चंदे में गड़बड़ को लेकर पूछताछ की गई.
यूपी पुलिस हरिद्वार आश्रम से आनंद गिरि के लैपटॉप, फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को भी कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज रही है. गनर अजय समेत सुरक्षा में तैनात 4 पुलिसकर्मियो से पूछताछ की गई.
खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार आनंद गिरि और आद्या तिवारी समेत अन्य आरोपियों को 12 बजे के बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पूर्व सांसद और संत राम विलास वेदांती ने आज तक से कहा कि पत्र नरेंद्र गिरि ने लिखा ही नहीं है. मैं उनको आज से नहीं जानता, राम मंदिर आंदोलन में साथ थे तब से जानता हूं. मैंने उन्हें कभी इतना लिखते नहीं देखा. पत्र के हर पन्नों पर अलग हैंडराइटिंग है. मैं पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग करता हूं. वह कभी आत्महत्या नहीं कर सकते थे. यह बात मेरे गले नहीं उतर रही है. इसके पीछे कोई साजिश नजर आती है. (इनपुट - समर्थ)
महंत नरेंद्र गिरि की मौत का मामले में गिरफ्तार 2 लोगों की आज कोर्ट में पेशी होगी. इसमें आनंद गिरि,आद्या तिवारी कोर्ट में पेश होंगे. पुलिस रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी. दोपहर 12 बजे के बाद ही पेशी होने की उम्मीद है. दोनों आरोपियों को पुलिस लाइन में रखा गया है, वहीं इनसे पूछताछ जारी है. (इनपुट - कुमार अभिषेक)
महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमॉर्टम के लिए 2 फार्मेसिस्ट, 2 वीडियोग्राफर और 5 डॉक्टर्स का पैनल तैयार किया गया है. इसके साथ-साथ 3 CMO भी इसमें शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि मौत से पहले महंत नरेंद्र गिरि ने अपना एक वीडियो अपने मोबाइल में बनाया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह वीडियो 1 मिनट से कम का है जिसमें उन्होंने अपने मौत की जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या तिवारी और दूसरों को बताया है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उनके मोबाइल में कोई दूसरा ऐप नहीं था और उन्होंने हाल में भी अपने मोबाइल से खुद वीडियो बनाना भी सीखा था. (इनपुट - कुमार अभिषेक)
प्रयागराज के स्वरूपरानी अस्पताल से महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर मठ लाया जाएगा. मठ से पूजा पाठ के बाद शव को संगम ले जाया जाएगा. संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर और संगम पर ले जाने के बाद पार्थिव शरीर मठ लाया जाएगा जहां उनको भू समाधि दी जाएगी.
महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में साफ लिखा कि उनके शिष्य आनंद गिरि ने उनके मान-सम्मान को अपमान में बदलने की साजिश रच दी है. किसी महिला के साथ कंप्यूटराइज फोटो आनंद गिरि वायरल करने जा रहे हैं. अगर ऐसा हुआ तो जीवन भर का जुटा मान अपमान में बदल जाएगा और अपमानित होकर जीना मुश्किल होगा. पढ़ें सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा था
महंत नरेंद्र गिरि को दोपहर 12 बजे भूमि समाधि की जाएगी. यह भूमि समाधि बागांबरी मठ के बगीचे में होगी.
महंत नरेंद्र गिरि का शव पोस्टमार्टम के लिए हॉस्पिटल (स्वरूप रानी सरकारी अस्पताल, प्रयागराज) पहुंच चुका है. 5 डॉक्टरों की टीम कैमरे की निगरानी में पोस्टमार्टम करेगी.