अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि के निधन के बाद बुधवार को उन्हें भू-समाधि दे दी गई है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बाघंबरी मठ के आवास में नरेंद्र गिरि का शरीर फांसी से लटका हुआ मिला था. अब बुधवार को अखाड़े के रीति-रिवाज के साथ उनको अंतिम विदाई दी गई.
सुबह ही महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमॉर्टम हुआ था, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को संगम में स्नान के लिए ले जाया गया, वहां से हनुमान मंदिर ले जाया गया और अंत में बाघंबरी मठ में भू-समाधि दी गई. नरेंद्र गिरि के शिष्य बलबीर गिरि ने ही अंतिम क्रिया पूरी कीं.
पोस्टमॉर्टम में क्या आया सामने?
बुधवार सुबह करीब दो घंटे तक पांच डॉक्टरों की टीम ने महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमॉर्टम किया था. पोस्टमॉर्टम में फांसी की वजह से दम घुटने को मौत का कारण बताया गया है. नरेंद्र गिरि के विसरा को रिजर्व कर लिया गया है, जिसकी जांच की जानी है. पूरे पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है.
गनर्स से भी हुई पूछताछ
महंत नरेंद्र गिरि की मौत की गुत्थी सुलझाने में पुलिस लगी हुई है. बुधवार को नरेंद्र गिरि के चार गनर्स से सवाल किए गए, इसमें नरेंद्र गिरि की मौत के वक्त वो सभी कहां थे और बाकी सवाल दागे गए हैं. इसके अलावा गनर्स की ड्यूटी में लापरवाही की बात आई है, इतना ही नहीं एक गनर पर संदेह भी जताया गया है.
इस पूरे मामले में पुलिस पहले ही आनंद गिरि, आद्या तिवारी से पूछताछ कर चुकी है. बीते दिन करीब 12 घंटे तक सवाल-जवाब किए गए थे. आनंद गिरि से नरेंद्र गिरि संग संबंधों के बारे में पूछा गया, जो विवाद हुआ था उसको लेकर तमाम सवाल किए गए. आनंद गिरि ने अपनी पूछताछ में बताया कि उसे फंसाने की साजिश रची जा रही है.
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