धारा 144 तोड़ने पर होगी कार्रवाई, चाहे वो प्रियंका गांधी हों या कोई और: मौर्य

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जो धारा 144 का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. प्रियंका गांधी या चाहे जो कोई भी हों.

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उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो-IANS) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (फाइल फोटो-IANS)

कुमार अभिषेक

  • लखनऊ,
  • 29 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:23 AM IST

  • उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस को बताया झूठी पार्टी
  • कांग्रेस अफवाह फैलाने और गुमराह करने का काम कर रही- मौर्य

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बदसलूकी पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जो धारा 144 का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. प्रियंका गांधी या चाहे जो कोई भी हों. साथ ही मौर्य ने कहा कि कांग्रेस झूठी पार्टी है. कांग्रेस देश में अफवाह फैलाने और गुमराह करने का काम कर रही है.

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मेरठ एसपी के वायरल वीडियो पर मौर्य ने कहा है कि उन्होंने ऐसा सभी मुसलमानों के लिए नहीं कहा, लेकिन शायद उन लोगों के लिए कहा जो पत्थरबाजी करते हुए पाकिस्तान समर्थक नारे लगा रहे थे. ऐसी गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति के लिए एसपी शहर का बयान गलत नहीं है.

बहरहाल, प्रियंका गांधी के कार्यालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को लिखित शिकायत दी है, जिसमें शनिवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रोटोकॉल तोड़े जाने का जिक्र किया गया है. प्रियंका गांधी के कार्यालयीय सहयोगी संदीप सिंह ने सीआरपीएफ के महानिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह के नाम पत्र लिखा है. प्रियंका की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के पास है.

संदीप सिंह ने दर्ज कराई शिकायत में लिखा है, "हजरतगंज के सर्किल ऑफिसर अभय मिश्रा पहले से इजाजत लिए बिना सुबह 8.45 बजे उस अहाते में घुस गए, जहां प्रियंका गांधी वाड्रा ठहरी हुई थीं. उन्होंने प्रियंका के कमरे से महज पांच मीटर की दूरी पर सुरक्षा प्रभारी सीआरपीएफ के जवान के साथ बक-झक की."

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प्रियंका गांधी के सहयोगी ने लिखा, "वह सीआरपीएफ के जवान पर बरस पड़े और प्रियंका के कार्यक्रमों की सूची मांगी, जबकि सूची शुक्रवार को ही प्रशासन को दे दी गई थी. उन्होंने जानकारी छुपाने का आरोप लगाया और धमकी दी कि वह किसी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराएंगे. यहां तक कि इस अहाते से दो कदम भी बाहर जाने की इजाजत नहीं देंगे."

बता दें कि प्रियंका गांधी जब सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार पूर्व आईपीएस अधिकारी एस.आर. दारापुरी के परिवार से मिलने जा रही थीं, उस दौरान उनके काफिले को रोका गया. उनके पैदल चलने के दौरान भी उन्हें रोकने की कोशिश की गई और उनके साथ धक्का-मुक्की की गई.

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