ग्रेटर नोएडा में एयरपोर्ट बन रहा हो या दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी, इन दोनों ही प्रोजेक्ट को लेकर कई कंपनियां ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही हैं. प्राधिकरण भी निवेशकों को लुभाने के लिए नई-नई योजनाएं ला रहा है और इसका असर भी सामने नजर आ रहा है.
निवेशकों को लुभाने की कोशिश की कड़ी में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में योजना के तहत शुक्रवार को 15 औद्योगिक भूखंडों का आवंटन किया जो यहां पर 70 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी और 450 लोगों को रोजगार मिलेगा.
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए कंपनियां आ रही हैं. उन्हें बेहतर माहौल दिया जा रहा है. निवेश बढ़ने से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की औद्योगिक भूखंडों की ऑनलाइन ओपेन-इन्डेड योजना में 16 भूखंड थे, इसमें से 12 एकड़ का एक भूखंड गुरुवार को साक्षात्कार के जरिये आवंटित कर दिया गया था. 2,000 वर्गमीटर के 15 भूखंडों के लिए 42 आवेदन आए थे, जिसमें दो आवेदन निरस्त कर दिए गए.
इन भूखंडों के लिए शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दफ्तर में ड्रा निकाला गया. ये कंपनियां सोलर एनर्जी, मोबाइल पार्ट्स, रेडीमेड गारमेन्ट्स, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र की हैं.
इससे पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गुरुवार को एक कंपनी को 12 एकड़ के औद्योगिक भूखंड का आवंटन किया था. इससे प्राधिकरण क्षेत्र में 90 करोड़ रुपये का निवेश होगा और करीब 350 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि योजनाएं आगे भी जारी रहेंगी. प्राधिकरण चाहता है कि बड़ी कंपनियां भी अधिक से अधिक निवेश करें.
तनसीम हैदर