उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बीजेपी सांसद रमापति राम त्रिपाठी पर सभासद को धमकाने और उससे अभद्रता करने का आरोप लगा है. पार्षद का कहना है कि वह देवरिया में समाजवादी पार्टी के दिवंगत नेता मोहन सिंह की मूर्ति लगाने का विरोध कर रहा था. जबकि रमापति राम त्रिपाठी ने सभासद को विरोध करने से मना किया.
पार्षद के आरोपों के मुताबिक सांसद रमापति राम त्रिपाठी ने उसे धमकाया और मामले से हट जाने के लिये कहा. आरोपों के मुताबिक सांसद ने प्रस्ताव वापस लेने का भी दबाव बनाया और ऐसा ना करने पर शहर में न रहने देने की धमकी दी. इसके बाद पार्षद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रक्षा करने की गुहार लगाई.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सभासद आशुतोष तिवारी ने कहा कि मैं विगत 15 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं. बूथ अध्यक्ष भी हूं. उन्होंने कहा कि जो सभागार पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनना था उसे अब दिवगंत सांसद मोहन सिंह के नाम से बनाया जा रहा है. जबकि वाजपेयी के नाम से सभागार के निर्माण का प्रस्ताव पास हो चुका है.
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आशुतोष तिवारी ने कहा कि जहां सभागार बनना है वहां मोहन सिंह की मूर्ति रख दी गई है जिसका मैंने विरोध किया. इस विषय को मैंने उठाया तो कहा गया कि उपचुनाव के बाद इस विषय पर चर्चा की जाएगी. विधानसभा उपचुनाव संपन्न होने के बाद जब मैंने सांसद रमापति राम त्रिपाठी से चर्चा की तो उन्होंने मेरा अपमान किया. सांसद ने चुप रहने की भी बात कही.
शिवेंद्र श्रीवास्तव