विदेशी ताकत के संपर्क में राकेश टिकैत, संपत्ति की हो जांच- बीजेपी सांसद की मांग

राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने राकेश टिकैत पर हमला बोलते हुए उनपर गंभीर आरोप लगा दिए. सांसद हरनाथ सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत विदेशी ताकतों के संपर्क में हैं इसलिए उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए.

Advertisement
बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने रखी मांग बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने रखी मांग

पुष्पेंद्र सिंह

  • मैनपुरी,
  • 20 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST
  • विदेशी ताकत के संपर्क में राकेश टिकैत: बीजेपी सांसद
  • राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने राकेश टिकैत की संपत्ति की जांच की मांग की

केंद्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी इस पर राजनीति नहीं रुकी है. बीते एक साल से इन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का चेहरा बन चुके राकेश टिकैत को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है.

राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह ने मैनपुरी में राकेश टिकैत पर हमला बोलते हुए उनपर गंभीर आरोप लगा दिए. सांसद हरनाथ सिंह ने कहा कि राकेश टिकैत विदेशी ताकतों के संपर्क में हैं इसलिए उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए.

Advertisement

हरनाथ सिंह ने किसान आंदोलन को असफल बताते हुए कहा कि इसमें किसान के नाम पर मुट्ठी भर लोग शामिल थे. सांसद हरनाथ सिंह ने मथुरा में कृष्ण मंदिर के पास बनी मस्जिद को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि मथुरा में कृष्ण मंदिर को वहां बनी आधी मस्जिद से मुक्त होना चाहिए.

हालांकि कृषि कानून को वापस लिए जाने के ऐलान के बाद भी सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है कि किसानों का धरना आखिरकार कब खत्म होगा. इस पर सवाल पूछे जाने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने आजतक से बात करते हुए कहा है कि सरकारी टीवी से घोषणा हुई है. उन्होंने कहा कि अगर कल इसपर बातचीत करनी पड़े तो किससे करेंगे?

राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन के दौरान 750 किसान शहीद हुए, 10 हजार मुकदमे हैं.  बगैर बातचीत के कैसे चले जाएं. प्रधानमंत्री ने इतनी मीठी भाषा का उपयोग किया कि शहद को भी फेल कर दिया. हलवाई को तो ततैया भी नहीं काटता. वह ऐसे ही मक्खियों को उड़ाता रहता है.

Advertisement

राकेश टिकैत से जब पूछा गया कि क्या राज्यों में विधानसभा चुनाव करीब देख पीएम ने कानून वापसी का ऐलान किया? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हमें क्या पता क्या वजह है. वापस लेने की वजह हम नहीं जानना चाहते. हम चाहते हैं कि हमारा काम हो जाए.

ये भी पढ़ें:

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement