चंपत राय की चुनौती, किसकी मां ने दूध पिलाया जो उद्धव को अयोध्या आने से रोक सके

चंपत राय ने कहा कि कुछ लोगों ने कह दिया कि उद्धव ठाकरे को नहीं आने देंगे. हमने कहा कि यह विश्व हिंदू परिषद का अधिकृत बयान नहीं है. यह सब बेकार की बातें हैं, निरर्थक बातें हैं.

Advertisement
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो- पीटीआई) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो- पीटीआई)

बनबीर सिंह

  • अयोध्या,
  • 14 सितंबर 2020,
  • अपडेटेड 1:59 PM IST
  • उद्धव ठाकरे के समर्थन में आए चंपत राय
  • साधु-संतों ने उद्धव का विरोध करने को कहा
  • 'ठाकरे को अयोध्या आने से नहीं रोक सकते'

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने ऐसा बयान दिया है जो अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ही नहीं बल्कि अयोध्या के संतों को भी नाराज कर सकता है. इसके साथ ही अयोध्या के संतों को दो खेमों में भी बांट सकता है. दरअसल, चंपत राय ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का समर्थन करते हुए कहा है कि ठाकरे को अयोध्या में आने से कोई नहीं रोक सकता है.

Advertisement

केंद्र सरकार के जरिए गठित ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने ललकारते हुए कहा कि किसकी मां ने इतना दूध पिलाया है कि वह अयोध्या में उद्धव ठाकरे का सामना करे और उन्हें आने से रोक सके.

चंपत राय ने कहा कि कुछ लोगों ने कह दिया कि उद्धव ठाकरे को नहीं आने देंगे, लेकिन हमने कहा कि यह विश्व हिंदू परिषद का अधिकृत बयान नहीं है. यह सब बेकार की बातें हैं, निरर्थक बातें हैं. ऐसी बात बोलना कतई उचित नहीं है. अयोध्या में उद्धव ठाकरे को आने से कोई नहीं रोक सकता है.

क्या है मामला?

बता दें कि अयोध्या के प्रतिष्ठित मंदिरों में एक हनुमानगढ़ी समेत कई मंदिरों के साधु-संतों ने अयोध्या में उद्धव ठाकरे को घुसने से रोकने और विरोध करने की बात कही है. ऐसे में राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव का उद्धव ठाकरे के पक्ष में खड़ा होना नए विवाद को जन्म दे सकता है.

Advertisement

हनुमानगढ़ी मंदिर के महंत राजू दास का कहना है कि उद्धव ठाकरे लगातार हिंदू जनमानस को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. महाराष्ट्र में संतों की हत्या हुई उस पर उन्होंने कुछ भी नहीं किया, लेकिन अगर कोई इसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उसके ऊपर कार्रवाई करते हैं.

उन्होंने कहा कि हम अयोध्या से आह्वान करते हैं कि साधु संत और हिंदू जनमानस एकत्रित होकर एक साथ एक स्वर में शिवसेना प्रमुख का विरोध करें और अगर वे अयोध्या आते हैं तो उन्हें अयोध्या नहीं आने दिया जाए. वहीं विश्व हिन्दू परिषद ने साधु संतों का समर्थन किया है और कहा है कि उनका कड़ा विरोध किया जाएगा. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement