पश्चिम बंगाल के बीरभूम में गुरुवार को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया. सीआईडी की टीम ने रामपुरहाट में एक अनधिकृत स्टोर रूम से गुरुवार को अमोनियम नाइट्रेट के 238 पैकेट बरामद किए. हर पैकेट में 50 किलो अमोनियम नाइट्रेट था. इसके अलावा एक पुलिया के पास से सीआईडी को 8 बैग मिले हैं. हर बैग में 10 पैकेट के अंदर 1000 डेटोनेटर मिले हैं.
बंगाल में बीते रविवार को पुलिस ने 100 से ज्यादा जिंदा देसी बम बरामद किए और अवैध हथियार रखने के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया. दस दिनों के भीतर मल्हारपुर और लाभपुर में दो अलग-अलग विस्फोटों के बाद बीरभूम जिले में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी. यह जिला राजनीतिक हिंसा के लिए चर्चित है.
हालांकि इन विस्फोट में कोई भी घायल नहीं हुआ क्योंकि वे खाली इमारतों में हुए थे लेकिन इसने 2017 के विस्फोट की याद दिला दी जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी. बीरभूम पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने कहा, "हमने बीरभूम क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों से 100 से अधिक जिंदा बम बरामद किए हैं."
उन्होंने कहा, "बम निरोधक दस्ते के जवानों ने बमों को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया. जिले भर में रात भर की गई छापेमारी के दौरान नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे छह अवैध हथियार जब्त किए गए." पुलिस अधीक्षक ने कहा, "हमने लाभपुर विस्फोट मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आगे की जांच जारी है."
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोटक और अवैध हथियार बाहर से बंगाल लाए जा रहे हैं, अधिकारी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने कहा कि विस्फोट और हिंसा की ऐसी घटनाएं 'बीरभूम में नई नहीं हैं."
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