पश्चिम बंगाल के बनगांव से बीजेपी उम्मीदवार शांतनु ठाकुर की कार का एक्सीडेंट हो गया है. इसके बाद ठाकुर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हादसे में उनके साथ मौजूद दो अन्य साथी भी घायल हो गए हैं. पुलिस एसयूवी कार के ड्राइवर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इस सीट पर सोमवार को ही मतदान होना है.
जिस कार से शांतनु ठाकुर की कार भिड़ी थी, उस पर पुलिस का स्टीकर भी लगा हुआ है. हालांकि अभी तक एसयूवी के बारे में ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि वो पश्चिम बंगाल पुलिस की थी.
आम चुनाव 2009 से इस सीट पर तृणमूल का कब्जा है. 2014 के लोकसभा चुनावों में चुने गए सांसद कपिल कृष्ण ठाकुर के निधन के बाद 2015 में इस सीट पर उपचुनाव हुए जिसमें तृणमूल कांग्रेस की ही उम्मीदवार ममता ठाकुर जीतने में कामयाब रहीं. 2015 के उपचुनाव ममता ठाकुर ने 5,39,999 वोट हासिल करके जीत दर्ज की. दूसरे पायदान पर माकपा के देबेश दास रहे, उन्हें 3,28,214 वोट मिले. तीसरे नंबर पर बीजेपी के सुब्रत ठाकुर रहे, जिन्हें 3,14,214 वोट मिले.
बनगांव सीट की राजनीतिक तस्वीर
चूंकि बनगांव संसदीय सीट 2009 में अस्तित्व में आई थी. इसलिए अभी तक यहां तीन ही लोकसभा चुनाव देखने को मिले हैं. इन चुनाव परिणामों को देखते हुए इस संसदीय क्षेत्र को तृणमूल कांग्रेस का गढ़ कहा जा सकता है. इस संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सात विधानसभा सीटें हैं. इनमें कल्याणी (Kalyani), हरिनघाटा (Haringhata), बाग्दा (Bagda), बनगांव उत्तर (Bangaon Uttar), बनगांव दक्षिण (Bangaon Dakshin), गैघाट (Gaighata) और स्वरूपनगर (Swarupnagar) शामिल हैं. ये सभी विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं. बनगांव लोकसभा सीट के पहले सांसद तृणमूल कांग्रेस के गोविंद चंद्र नास्कर बने थे.
बनगांव लोकसभा सीट पर एक उप-चुनाव सहित अब तक तीन लोकसभा चुनाव हो चुके हैं और तीनों बार तृणमूल बाजी मारने में कामयाब रही है. 2009 के चुनावों में TMC के गोविंद चंद्र नास्कर 546,596 यानी 50.69 मतों के साथ जीते थे जबकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रत्याशी असीम बाला दूसरे स्थान पर रहे थे. असीम बाला को 453,770 यानी 42.08 प्रतिशत वोट मिले थे. बीजेपी प्रत्याशी कृष्णपदा 3.95 फीसदी यानी 42,610 वोट पाने में कामयाब रहे थे.
aajtak.in / पुनीत सैनी