VIRAL TEST: क्या आरओ का पानी सेहत के लिए होता है हानिकारक..?

वायरल वीडियो में गौरव नामक एक शख्स अपने रिसर्च के आधार पर दावा कर रहा है कि वाटर प्यूरीफायर का पानी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.

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पीने का पानी पीने का पानी

अनिल कुमार / वरुण शैलेश

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 4:29 PM IST

दूषित होने की वजह से पीने के पानी के लिए घर-घर में आरओ लगा हुआ है. शहरों में पानी का टीडीएस इतना ज्यादा होता है कि डॉक्टर उसे नहीं पीने की सलाह देते हैं. यही वजह है कि लोगों ने अपने घरों में आरओ वाटर प्यूरीफायर लगा रखा है. देश में इसकी बड़ी इंडस्ट्री खड़ी है, लेकिन सोशल मीडिया पर इन दिनों एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आप भी शायद आरओ का पानी पीने से पहले सौ बार सोचेंगे.

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इस वीडियो में गौरव नामक एक शख्स अपने रिसर्च के आधार पर दावा कर रहा है कि वाटर प्यूरीफायर का पानी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. गौरव एक टेबल पर प्लास्टिक की चार गिलास में अलग-अलग तरह का तरल पदार्थ रखते हैं. एक में दूध, दूसरे में हैंड पंप का पानी, तीसरे में आरओ का पानी और चौथी गिलास में गोमूत्र रखा हुआ है. उनका दावा है कि आरओ के पानी में मिनरल्स नहीं होता है.

गौरव एनालॉग मल्टी मीटर यंत्र को सभी गिलास में रखे द्रव में डालकर बारी-बारी से जांच करते हैं. उनका दावा है कि जिस गिलास में रखे द्रव में मिनरल्स नहीं होगा उसमें मल्टी मीटर का बल्ब नहीं जलेगा. जांच के दौरान दिख रहा है कि हैंडपंप के पानी, दूध और गौमूत्र में जब मल्टी मीटर यंत्र डाला जाता है तो उसका बल्ब जल जाता है. मगर आरओ के पानी में बल्ब नहीं जलता है. गौरव का कहना है कि आरओ वाटर में न तो मिनिरल है और न ही कैल्सियम. गौरव आरओ के पानी पानी में गौ मूत्र डालते हैं तो मल्टी मीटर का बल्ब जलने लगता है.

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इस वायरल वीडियो को देखने के बाद हमने इसका वायरल टेस्ट किया. दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में भौतिकी विभाग के प्रोफेसर अशोक ने बताया कि आरओ से पानी के हानिकारक तत्वों को छानते वक्त थोड़ा बहुत मिनरल कम हो सकता है. आरओ सिस्टम की वजह से पानी में पाए जाने वाले कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम की कमी हो सकती है. ये तभी होता है, जब आरओ का टीडीएस मानक स्तर से कम हो. टीडीएस का स्तर 70 से 150 के बीच होना चाहिए. वरना पानी डिस्टिल वाटर बन सकता है. वायरल वीडियो में जिसे आरओ का पानी बताया गया है, वह डिस्टिल वाटर ही है.

हालांकि कुछ वेबसाइट्स जैसे एक्वालिव डॉट कॉम पर डबल्यूएचओ की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि बोतलबंद पानी या आरओ का पानी लंबे समय तक इस्तेमाल करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. टीडीएस लेवल 70 से 150 के बीच रखें तो आरओ का पानी को निश्चिंत होकर पी सकते हैं. वायरल वीडियो में किया गया दावा हमारी इस पड़ताल में फेल हो गया.

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