बीएमसी चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन पर अटकलों के बीच शिवसेना प्रमुख ने गठबंधन के लिए सकारात्मक संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल शुरुआती बातचीत हो रही है. हमें बीजेपी की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है जब कोई प्रस्ताव आएगा तब विचार किया जाएगा.
बीजेपी-शिवसेना के बीच गठबंधन की बातचीत के लिए दोनों ही दलों ने तीन-तीन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है. शुरुआती बातचीत पर सहमति बनने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मिलकर गठबंधन पर आखिरी मोहर लगा सकते हैं.
कुछ दिन पहले ही उद्धव ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अकेले ही चुनाव में जाने को तैयार रहने के लिए कहा था. माना जा रहा है कि केंद्र में बीजेपी अपने सहयोगी दल शिवसेना के नेताओं का अपमान करती आई है. साथ ही राज्य में भी सत्ताधारी बीजेपी, शिवसेना के प्रति कुछ ऐसा ही रुख अपना रही है. इसी वजह से शिव सैनिक दोनों दलों का गठबंधन नहीं चाहते हैं. शिवसेना को ये भी डर है कि केंद्र और राज्य में सत्ताधारी बीजेपी, हाल के निकाय चुनावों में मिली जीत से उत्साहित होकर बीएमसी चुनाव में ज्यादा सीटों की मांग न कर दे.
शिवसेना के एक नेता ने यह तक कहा कि इस बार उद्धव ठाकरे साफ कर चुके हैं कि बीएमसी चुनावों में कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे. अगर बीजेपी को गठबंधन करना है तो कोई मान्य फॉर्मूला ही कारगर साबित होगा.
दोनों ही दल चाहते हैं कि अगर गठबंधन हो तो चुनाव से पहले हो जाए. साथ ही शिवसेना और बीजेपी कल्याण-डोंबीवली की घटना को मुबंई में दोहराना नहीं चाहती. एक संभावना ये भी है कि दोनों दल अलग-अलग चुनाव लड़कर चुनाव के बाद गठबंधन कर सकते हैं.
मयूरेश गणपतये