श्रीलंका आतंकी हमले से दुनियाभर में शोक की लहर है. वहीं गोवा के टूरिस्ट कंपनियों को उम्मीद है कि इसका फायदा राज्य के पर्यटन उद्योग को मिलेगा. गोवा की पर्यटन कंपनी सीता के अधिकारी अर्नेस्ट डायस ने कहा कि श्रीलंका में दुर्भाग्यपूर्ण आतंकी हमले की घटना गोवा के पर्यटन उद्योग के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. डायस के मुताबिक पहले भी जब तुर्की, मिस्र और ट्यूनीशिया जैसे देशों में आतंकी हमले या किसी अन्य तरह का तनाव हुआ है तो इसका फायदा गोवा के पर्यटन उद्योग को मिला है.
अर्नेस्ट डायस की तरह ट्रैवल एंड टूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (TTAG) के प्रमुख सावियो मेस को भी उम्मीद है कि श्रीलंका में हुई बदकिस्मती का फायदा गोवा को मिलने वाला है. उन्होंने ये भी कहा कि जब तुर्की, मिस्र और ट्यूनीशिया में ऐसी मुसीबतें आई थीं, तब भी पर्यटक गोवा की ओर आने को बाध्य हुए थे. इस बीच, TTAG ने सरकार से वीजा फीस कम करने की अपील की है जो पर्यटन क्षेत्र के विकास में एक बड़ी बाधा है.
दरअसल, बीते कुछ सालों से गोवा में पर्यटन उद्योग को बड़ा नुकसान हुआ है. इस नुकसान की वजह टैक्स और वीजा फीस में बढ़ोत्तरी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक एक टूर ऑपरेटर ने बताया कि टैक्स में वृद्धि की वजह से टूर पैकेज की कीमतें बढ़ानी पड़ती है जबकि दूसरे पर्यटन स्थान हमसे कई बेहतर हैं. हालांकि यह दुखद लेकिन सच है कि जब भी प्रतियोगी पर्यटन स्थल पर कोई घटना हुई है तब गोवा में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. गौरतलब है कि रूस के लोगों के लिए तुर्की सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल रहा है लेकिन 2015 में दोनों देशों के बीच रिश्तों में तनाव का असर वहां के पर्यटन उद्योग पर पड़ा. दरअसल, रूस ने तुर्की में पर्यटकों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था. दोनों देशों के बीच तनाव का फायदा गोवा के पर्यटन उद्योग को मिला.
बता दें कि श्रीलंका में बीते रविवार को लगातार कई आत्मघाती बम ब्लास्ट हुए. इस आतंकी हमले में 250 से ज्यादा लोग मारे गए. इस हालात में अधिकतर यात्रियों ने अपनी श्रीलंका जाने की टिकट रद्द कर दी. यही वजह है कि गोवा टूरिज्म इंडस्ट्रीज का मानना है कि पर्यटकों का रुझान गोवा की ओर होगा.
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