गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार शामिल हुआ UAE का मार्चिंग दस्ता

इस बार का गणतंत्र दिवस परेड कई मायनों में खास है क्योंकि राजपथ पर पहली बार स्वदेशी फाइटर प्लेन तेजस उड़ान भरेगा और 'धनुष' तोप को भी सार्वजनिक किया जाएगा. वहीं संयुक्त अरब अमीरात का सैन्य दस्ता भारतीय सेना के साथ कदम ताल मिलाएगा. पढ़िए इस बार राजपथ पर क्या-क्या होगा पहली बार और कैसे भारत रचेगा नया इतिहास.

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यूएई का सैन्य दस्ता भी गणतंत्र दिवस परेड में हुआ शामिल यूएई का सैन्य दस्ता भी गणतंत्र दिवस परेड में हुआ शामिल

सुरभि गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 26 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 12:10 PM IST

इस बार का गणतंत्र दिवस परेड कई मायनों में खास है क्योंकि राजपथ पर पहली बार स्वदेशी फाइटर प्लेन तेजस ने उड़ान भरी वहीं 'धनुष' तोप को भी सार्वजनिक किया गया. वहीं संयुक्त अरब अमीरात के सैन्य दस्ते ने भी भारतीय सेना के साथ कदम ताल किया. इस बार राजपथ पर इन दस बातों ने इतिहास रचा.

1. UAE की मिलिट्री का दल भी परेड में शामिल
भारत के इतिहास में ये पहला मौका था जब दिल्ली के राजपथ पर भारतीय सेना के साथ अरब खाड़ी देश के सैनिकों ने भी परेड किया.  संयुक्त अरब अमीरात के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होृुए. परेड में यूएई के एक दस्ते ने भी हिस्सा लिया.

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2. पहली बार लड़ाकू विमान तेजस ने भरी उड़ान
इस बार स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस आसमान में उड़ता नजर आया. तेजस परेड के फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया. पिछले वर्ष जुलाई में वायुसेना में शामिल हुए तेजस ने विमान आकाश में विजय का निशान 'V' बनाया.

3. देसी बोफोर्स 'धनुष' तोप परेड की शान
देसी बोफोर्स के नाम से मशहूर धनुष तोप परेड में पहली बार सार्वजनिक तौर पर सामने लाया गया. इसकी मारक क्षमता बोफोर्स से भी ज्यादा है. इस परेड में एक दर्जन से ज्यादा शस्त्र-अस्त्र स्वदेशी थे, जिसमें रडार से लेकर मिसाइलें और तोप खाने से लेकर रेकी वाहन शामिल हैं.

4. मार्च में NSG के कमांडो भी हुए शामिल
नेशनल सिक्युरिटी गार्ड पहली बार परेड का हिस्सा बना. अब तक गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एनएसजी जवानों पर रहती थी. गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाले एनएसजी कमांड आतंकी हमलों का जवाब देते हैं.

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5. रासायनिक हमलों से निपटने के लिए विशेष दल
रासायनिक हमलों के खतरे को भांपने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की एक विशेष टीम राजपथ पर तैनात की गई. केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (CBRN) अटैक के खतरे को देखते हुए 90 लोगों की CBRN यूनिट तैनात की गई.

6. कैशलेस ट्रांजेक्शन पर झांकी
राजपथ पर परेड में 17 राज्यों की झांकियों के साथ कैशलेस ट्रांजेक्शन और भीम एप की झांकी भी सजी. नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर 2016 को भीम डिजिधन मेला में भीम ऐप लॉन्च किया था. इस एप का नाम डॉ. भीम राव अम्बेडकर के नाम पर रखा गया है.

7. नेशनल हाउसिंग बैंक की झांकी
नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB)की झांकी इस परेड में पहली बार शामिल की गई. स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज की झांकी खादी इंडिया में ट्रेडिशनल वीवर्स पर फोकस किया है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज एंड कस्टम्स की झांकी में GST के बारे में बताया गया.

8. एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम का प्रदर्शन
परेड में पहली बार एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम का प्रदर्शन किया गया. इस सिस्टम के जरिए दुश्मनों की खबर बेहद तेजी से मिल जाती. ये तकनीक दुनिया के केवल पांच देशों के पास है.

9. तिरंगे के रंग में रंगी दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग
ऐसा पहली बार हुआ है जब भारतीय गणतंत्र दिवस के मौके पर दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज खलीफा तिरंगे जैसी रोशनी में नजर आई. 823 मीटर ऊंची इस बिल्डिंग पर LED से तिरंगे की लाइटिंग की गई. बुर्ज खलीफा के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भी भारत को गणतंत्र दिवस की शुभकामना दी गई.

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10. ATAG की ताकत
रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) अपना एडवांस्ड टॉड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) और मध्यम क्षमता वाले रडार अरूद्र को प्रदर्शित की गई.



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