विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का शनिवार को एम्स में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ, जो कि सफल रहा. एम्स के सूत्रों के अनुसार करीब पांच घंटे तक चला ऑपरेशन कॉर्डियो-थोरेटिक सेंटर के डॉक्टरों ने किया, जिनमें एम्स के निदेशक एमसी मिश्रा, सर्जन वीके बंसल, वी सीनू और नेफ्रोलॉजिस्ट संदीप महाजन शामिल थे.
सूत्रों के बताया, 'ऑपरेशन सुबह 9 बजे शुरू हुआ और दोहपर ढाई बजे तक चला, जिसके बाद विदेश मंत्री को उसी इमारत में स्थित आईसीयू में भेज दिया गया. सुषमा को यह किडनी एक अनरिलेटेड डोनर ने दान दी है. अनरिलेटेड डोनर का मतलब है कि यह कोई ऐसा व्यक्ति है जो उनसे भावनात्मक रूप से जुड़ा है, जैसे कोई दोस्त, पड़ोसी या कोई रिश्तेदार, लेकिन वह परिवार का नहीं है. परिवार में कोई उपयुक्त डोनर उपलब्ध न होने से अनरिलेटेड डोनर की मदद ली गई. इसके लिए जरूरी मंजूरी हासिल की गई है.
पहले डॉक्टरों ने बताया था कि ट्रांसप्लांट के लिए जरूरी सभी चिकित्सा प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं और यह पाया गया कि स्वराज और किडनी डोनर दोनों ट्रांसप्लांट के लिए पूरी तरह से फिट हैं. ट्रांसप्लांट करने वाले सर्जन्स के अलावा एम्स के दूसरे विभागों के डॉक्टरों की टीम सुषमा स्वराज की सेहत पर लगातार नजर बनाए हुए थी गौरतलब है कि सुषमा स्वराज डायबिटीज की गंभीर मरीज हैं. किडनी फेल होने जाने के बाद उन्हें डायलिसिस पर रखा गया था. उनका हफ्ते में तीन बार डायलिसिस किया जाता था. खुद सुषमा स्वराज ने 16 नवंबर को ट्वीट कर बताया था कि किडनी फेल हो जाने की वजह से वह एम्स में भर्ती हैं.
दिनेश अग्रहरि