लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बचा है ऐसे में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा लगातार गर्माता जा रहा है. इस बीच भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फॉर्मूला सुझाया है. स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या की विवादित जमीन विश्व हिंदू परिषद और साधुओं को सौंप देनी चाहिए.
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा, ‘’ राम मंदिर के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरी सलाह है कि वह सुप्रीम कोर्ट में जमीन पर टाइटल सूट के मामले को 2029 तक चलता रहने दें, लेकिन VHP और प्रमुख साधुओं को आज ही जमीन सौंप दें. ताकि मंदिर निर्माण शुरू हो सके. बाद में 300A का इस्तेमाल कर उसकी भरपाई कर दें.
स्वामी ने ये भी लिखा कि मोदी सरकार कानूनी मामलों से जुड़ी एक कंपनी को अपने पास रखे हुए है. दुर्भाग्य से एक वकील जो औसत दर्जे का है और इंग्लिश बोलता है.
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी का ये ट्वीट सुप्रीम कोर्ट में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे पर होने वाली सुनवाई से ठीक एक दिन पहले आया है. 10 जनवरी से इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नई गठित बेंच सुनवाई करेगी.
मंगलवार को ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा नई बेंच का गठन किया गया था. सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व में गठित बेंच में जस्टिस एस. ए. बोबडे, जस्टिस एन. वी. रमन्ना, जस्टिस यू. यू. ललित और जस्टिस चंद्रचूड़ शामिल हैं.
वहीं पिछली बार 3 जनवरी को हुई सुनवाई के दौरान CJI रंजन गोगोई और जस्टिस एस. के. कौल की पीठ ने कहा, 'एक उपयुक्त पीठ मामले की सुनवाई की तारीख तय करने के लिए 10 जनवरी को आगे का आदेश देगी.'
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