संवैधानिक ढांचे को मजबूत करने वाला हो राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार: येचुरी

आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचलें बढ़ने लगी हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कांग्रेस अध्यक्ष सहित दूसरे विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात और विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए एक उम्मीदवार खड़ा करने के बाद अब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने इस संबंध में बयान दिया है.

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फाइल फोटो फाइल फोटो

विकास कुमार / BHASHA

  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 6:18 AM IST

आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक हलचलें बढ़ने लगी हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कांग्रेस अध्यक्ष सहित दूसरे विपक्षी नेताओं के साथ मुलाकात और विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए एक उम्मीदवार खड़ा करने की उनकी मंशा के बाद अब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने इस संबंध में बयान दिया है.

नीतीश इससे पहले इस मुद्दे पर एनसीपी से भी बात कर चुके हैं, तो अब वह चाहते हैं कि सोनिया गांधी एनसीपी, लेफ्ट पार्टियों समेत अन्य विपक्षी पार्टियों से इस मुद्दे पर बात करें.

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पत्रकारों से बात करते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि वाम मोर्चा ऐसे उम्मीदवार को अपना समर्थन देगा जो संवैधानिक ढ़ांचे को मजबूती देने वाला हो और जिसे सभी विपक्षी दलों का समर्थन हो.

येचुरी ने यहां संवाददाताओं से कहा 'वाम मोर्चा राष्ट्रपति पद के उसी उम्मीदवार का समर्थन करेगा जो संवैधानिक ढांचे को मजबूती प्रदान करेगा और वर्तमान स्थिति से निकालकर देश को आगे ले जाएगा.'

राष्ट्रपति चुनाव का क्या है समीकरण?
लोकसभा और राज्यसभा के 771 सांसदों के कुल 5 लाख 45 हजार 868 वोट हैं. जबकि पूरे देश में 4120 विधायकों के 5 लाख 47 हजार 786 वोट. इस तरह कुल वोट 10 लाख 93 हजार 654 हैं और जीत के लिए आधे से एक ज्यादा यानी 5 लाख 46 हजार 828 वोट चाहिए.

NDA की क्या है स्थिति?
लोकसभा में अभी एनडीए के पास 339 सांसद हैं और राज्यसभा में 74 सांसद हैं. चूंकि मनोनीत सांसद राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं देते इसलिए लोकसभा के 337 सांसद और राज्यसभा के 70 सांसद वोट देंगे. एक सांसद के वोट का मूल्य 708 होता है इस हिसाब से लोकसभा में एनडीए के 2 लाख 38 हजार 596 वोट हैं और राज्यसभा में एनडीए के 49 हजार 560 वोट हैं. यानी एनडीए के सांसदों के 2 लाख 88 हजार 156 वोट हुए. इसके अलावा विधानसभा से वोट पड़ेंगे. जाहिर है मोदी सरकार को इतना समर्थन जुटाना होगा. विपक्ष यही चोट करना चाहता है.

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