राफेल पर विवाद के बीच तीनों सेनाओं के प्रमुख और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स के सीएमडी आर माधवन ने बुधवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की. रक्षा मंत्री के साथ इन अधिकारियों की बैठक संसद में हुई.
बैठक में सेना और एचएएल की वित्तीय दशा पर बात हुई. एचएएल प्रमुख और सेना के तीनों प्रमुख के साथ रक्षा सचिव भी मौजूद रहे. दोपहर बाद आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत, एयर फोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल बीएस धनोओ और नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा को संसद परिसर में जाते देखा गया.
एचएएल की खराब वित्तीय दशा पर भी चर्चा हुई. विमान बनाने वाली सरकारी कंपनी एचएएल अपने ऑपरेशनल खर्चे के लिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर निर्भर है. इसके चलते यह कंपनी भारी कर्ज के बोझ तले दब गई है.
राफेल का मुद्दा आजकल काफी गरम है. कांग्रेस और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी इस मुद्दे पर सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला कर रहे हैं. राहुल का कहना है कि इस डील से जुड़े कई सवालों का जवाब मोदी सरकार नहीं दे रही है. कांग्रेस अध्यक्ष कह चुके हैं कि उनका आरोप रक्षा मंत्री या मनोहर पर्रिकर पर नहीं है, बल्कि भ्रष्टाचार का सीधा आरोप पीएम नरेंद्र मोदी पर है. राहुल ने कहा कि अनिल अंबानी को इस डील में कौन लाया, अंबानी पर फैसला किसने किया, ये जवाब देश को चाहिए.
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